अम्ल क्षार एवं लवण के बारे में मुख्य जानकारी About Acid, Base and Salt

Safalta Experts Published by: Anonymous User Updated Wed, 01 Sep 2021 01:51 PM IST

अम्ल क्षार एवं लवण (Acid, Base and Salt)

* अम्ल (Acid)

अम्ल वे यौगिक पदार्थ हैं, जिनमें हाइड्रोजन प्रतिस्थाप्य के रूप में रहता है। अम्ल स्वाद में खटटे होते हैं। अम्ल का जलीय विलयन नीले लिटमस को लाल कर देता है।

Source: Online Science Notes



अम्लों के उपयोग-
1) 
खाने के काम में , जैसे - खटटे दूध (लैक्टिक अम्ल ), सिरका एवं अचार (एसीटिक अम्ल), सोडावाटर एवं अन्य पेय (कार्बोनिक अम्ल), अंगूर (टार्टरिक अम्ल ), सेब (मैलिक अम्ल), नींबू एवं नारंगी (साइट्रिक अम्ल)।

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2) खाना पचने में HCI अम्ल का उपयोग होता है।
3) लोहा पर जस्ते की परत चढ़ाने के पहले लोहा को साफ करने में H2SO4 एवं HNO3 का प्रयोग किया जाता है।

कुछ अम्लों की प्रबलता
HCI > HNO3 > H2SO4 > CH3COOH

* क्षारक (Base)
वह पदार्थ है जो जल में मिश्रित करने के फलस्वरूप हाइड्राॅक्सिल आयन (OH) प्रदान करते हैं, क्षारक कहलाते हैं। क्षार धातुओं के समान आचरण करने वाले वैसे यौगिक हैं जो अम्लों से अभिक्रिया करके लवण एवं जल बनाते हैं।

क्षारक के प्रमुख गुण 
1) 
क्षारक स्वाद में कड़वे होते हैं
2) छूने पर चिप-चिपे, फिसलने वाली प्रकृति के एवं लाल लिटमस पत्र को नीला कर देते हैं।
3) क्षारक का सर्वोपरि गुणधर्म यह माना गया कि वे अम्लों को उदासीन देते हैं।
4) अम्ल से प्रतिक्रिया करके लवण तथा जल बनाते हैं।
5) तेल और गन्धक को अपने में घुला लेने की क्षमता होती है।
6) क्षारक कार्बनिक पदार्थों को नष्ट कर देते हैं।

* लवण (Salt)

कुछ प्रमुख लवणों के उपयोग -
1) 
साधारण नमक या सोडियम क्लोराइड (NaCI) - खाने के रूप में एंव अचार के परिक्षण इसका उपयोग होता है।
2) पोटैशियम नाइट्रेट (KNO3) - बारूद बनाने में इसका उपयोग होता है। 

pH स्केल 
किसी विलयन की अम्लीयता या क्षारीयता को व्यक्त करने के लिए pH मापदण्ड का प्रयोग किया जाता है।
             pH = - log [H+]
अर्थात किसी विलयन में हाइड्रोजन में आयनों के सान्द्रण के व्युत्क्रम के लघुगणक को उस विलयन का pH कहते हैं।
किसी विलयन का pH मान 7 से कम होने पर वह विलयन अम्लीय होता है।
किसी विलयन का pH मान 7 से अधिक होने पर वह विलयन क्षारीय होता है।
* हमारा शरीर 7.0 से 7.8 pH परास के बीच कार्य करता है । जीवित प्राणि केवल संकीर्ण pH परास में ही जीवित रह सकता हैं। 
* वर्षा के जल की pH मान जब 5.6 से कम हो जाती है तो वह अम्लीय वर्षा कहलाती है। 

pH मूल्य  (pH - Value)
1) इसका पूरा नाम पोटेंशियल आँफ हाइड्रोजन है।
2) 1909 ई. में साॅरेन्सन ने एक नये स्केल को परिभाषित किया जो pH स्केल कहलाता है।
3) इसका मापन pH मापी दृारा या विशेष सूचकों के रंग परिवर्तन दृारा किया जाता है।
4) इस मापक्रम में 1 से 14 तक का pH माप ज्ञात कर सकते हैं। 
5) pH का मान 7 होने पर विलयन 7 से कम होने पर अम्लीय तथा 7 से अधिक होने पर क्षारीय होता है।

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