परमाणु संरचना (Atomic Structure) के बारे में  जानकारी About Atomic Structure

Safalta Experts Published by: Anonymous User Updated Wed, 01 Sep 2021 01:44 PM IST

परमाणु संरचना (Atomic Structure) 

परमाणु (Atom) - परमाणु , तत्व का वह छोटे -से -छोटा कण है, जो किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता है, परन्तु स्वतन्त्र अवस्था में नहीं रह सकता।

Source: Education Quizzes



अणु (Molecule) - तत्व तथा यौगिक का वह छोटे से छोटे कण है, जो स्वतन्त्र अवस्था में रह सकता है, अणु कहलाता है।

परमाणु -भार- किसी तत्व का परमाणु-भार वह संख्या है, जो यह प्रदर्शित करता है कि तत्व का एक परमाणु , कार्बन -12 के परमाणु के 1/12 भाग द्रव्यमान अथवा हाइड्रोजन के 1.008 भाग द्रव्यमान से                         कितने  गुना भारी है।

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समस्थानिक (Isotopes) - समान परमाणु क्रमांक , परन्तु भिन्न परमाणु द्रव्यमानों के परमाणुओं को समस्थानिक कहते हैं । समस्थानिकों में प्रोटाॅन की संख्या समान होती है, किन्तु न्यूट्रान की संख्या भिन्न                                         होती  है,
                                        जैसे- 1H1, 1H2 तथा 1H3 समस्थनिक हैं। 
                                        सबसे अधिक समस्थानिक वाला तत्व पोलोनियम है।

रदरफोर्ड का परमाणु माॅडल - अनरेस्ट रदरफोर्ड ने एक प्रयोग किया । इस प्रयोग में , तेज गति से चल रहे अल्फा कणों को सोने की पन्नी पर टकराया गया ।
                                            इन्होंने सोने की पन्नी इसलिए चुनी, क्यों कि वे बहुत पतली परत चाहते थे । सोने की यह  पन्नी 1000 परमाणुओं के बराबर मोटी थी।
                                            * अल्फा कण दिृआवेशित हीलियम कण 4/2 He होते हैं ,अतः  ये धनावेशित होते हैं। चूँकि इनका द्रव्यमान 4 u होता है इसलिए तीव्र गति से चल रहे इन अल्फा कणों में                                                      पर्यप्त ऊर्जा होती है।
                                               
बोर का परमाण्विक माॅडल - रदरफोर्ड के माॅडल पर उठी आपत्तियों को दूर करने के लिए नील्स बोर ने परमाणु की संरचना के बारे में निम्नलिखित अवधारणाएँ प्रस्तुत कीं-
                                          1) इलेक्ट्राॅन केवल कुछ निश्चित कक्षाओं में ही चक्कर लगा सकते हैं , जिन्हें इलेक्ट्राॅन की विविक्त कक्षा कहते हैं।
                                          2) जब इलेक्ट्राॅन इस विवित कक्षा के चक्कर लगाते हैं ,तो उनकी ऊर्जा का विकिरण नहीं होता है।

पदार्थ की अवस्था 

द्रव्य 
जिसमें आयतन एवं भार हो , जो दाब डालने की क्षमता रखता हो तथा जिसका अनुभव हम अपनी ज्ञानेन्द्रियों दृारा कर सकें , द्रव्य कहलाता है, जैसे - लकड़ी , लोहा , हवा , पानी , दूध , आदि ।
* द्रव्य की मुख्यतः तीन अवस्थाएँ - ठोस , द्रव , एवं गैस हैं। 

समांगी द्रव्य - समांगी द्रव्य वे द्रव्य हैं , जिनके प्रत्येक भाग के संघटन एवं गुण एक समान होते हैं, जैसे - सोना , पानी , आदि।

तत्त्व - तत्त्व,द्रव्य का ऐसा भाग है , जिसे किसी भी ज्ञात भौतिक एवं रासायनिक विधियों से न तो दो से अधिक द्रव्यों में विभाजित किया जा सकता है और न ही बनाया जा सकता है, उदाहरणार्थ- लोहा , ताँबा ,        हाइड्रोजन , आँक्सीजन आदि।

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