रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, इसके कार्य और विभाग Reserve Bank of India, its functions and departments

Safalta Experts Published by: Blog Safalta Updated Tue, 07 Sep 2021 02:23 PM IST


रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना 1 अप्रैल 1935 ई० को हुई। लेकिन इसके पहले भी देश में केंद्रीय बैंक की स्थापना के लिए अनेक प्रयास किए दिए गए थे। सन् 1925 26 ई में “ हिल्टन यंग कमीशन” ने सरकार को बताया कि भारत में आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने के लिए केंद्रीय बैंक की स्थापना की जाए। उस समय की स्थिति इस प्रकार थी। इसके साथ ही CTET परीक्षा की तैयारी के लिए आप सफलता के CTET Champion Batch से जुड़ सकते है - Subscribe Now , जहाँ 60 दिनों के तैयारी और एक्सपर्ट्स गाइडेंस से आप सेना में अफसर बन सकते हैं। 

Source: amarujala



(i). इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया जिसकी स्थापना सन् 1921 ई में की गई थी, पूर्ण रूप से बैंक का कार्य नहीं कर रहा    था। नोट छापने का अधिकार सरकार को था,और बैंकों के बैंक का काम इंपीरियल बैंक ही करता था।

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(ii).  इंपीरियल बैंक देश के अन्य बैंकों से   प्रतियोगिता करता था। अतएव अन्य बैंकों को इस पर विश्वास नहीं रहने के  कारण इसे केंद्रीय बैंक बनाना उचित नहीं था।

(iii). इंपीरियल बैंक के संभव नहीं था कि वह केंद्रीय बैंकों के कार्यों के साथ साथ रहे।
 
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रिजर्व बैंक के कार्य (Function of R.B.I)


इसके कार्य को दो भागों में बटा जा सकता है –
i. केंद्रीय बैंकिंग कार्य (central banking function)
ii. साधारण बैंकिंग कार्य (general banking function)

  1. केंद्रीय बैंकिंग कार्य–

(i). नोट जारी करना(Note issue) - रिजर्व बैंक को अपने निर्गम विभाग द्वारा  नोट जारी करने का विशेषाधिकार प्राप्त है। नोट एक कानूनी मुद्रा है, जिसकानूनी ग्राहा के रूप में जाती किया जाता है। यधपि नोटों के भुगतान के लिए रिजर्व बैंक के गवर्नर द्वारा प्रतिज्ञा की जाती है, फिर भी जनता के विश्वास कायम रखने के यह व्यवस्था की जाती है कि स्वर्ण के आधार पर नोट जारी किए जाए।

(ii). सरकार का बैंक(Banker to government) -  सरकारी बैंकों के हैसियत से रिजर्व बैंक निम्नलिखित कार्य करता है -
(a).  केंद्रीय तथा राज्य सरकारों का नकद जमा अपने पास रखता है इस पर सूद नही दिया जाता है।
(b). सरकार के जनता के  कर्ज प्राप्त करने के लिए प्रबंध करता है तथा उसका भुगतान भी करता है।
(c). सरकार को अल्पावधि के लिए कर्ज देता है ऐसे कर्ज को कहा जाता हैं।
(d). सरकारी करों का वसूल करने तथा कोषों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजने का कार्य करता है।
(e). यह सरकार को आर्थिक तथा मौद्रिक समस्याओं पर सलाह देता है।
     
  रिजर्व बैंक के विभाग(Department of Reserve Bank)

1.  निर्गम विभाग(Issue department)
2.  बैंकिंग विभाग(banking department)
3.  कृषि साख विभाग(agriculture credit dept)
4.  विनिमय नियंत्रण विभाग(exchange control dept)
5.  बैंकिंग कार्य विभाग(banking work dept)

बैंकिंग कार्य विभाग सन् 1948 में खोला गया था। इसके तीन भाग है -

1.  संचालन विभाग(operation devision)
2.  निरीक्षण विभाग(inspection devision)
3.  निस्तारण विभाग(liquidation devision)

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