The Sound of Tsunami- आई सुनामी की आहट, क्या सुनामी फिर से लाएगी बर्बादी?

Safalta Experts Published by: Kanchan Pathak Updated Sat, 28 May 2022 10:48 AM IST

भूकम्प का आगमन कितना भयावह और इसकी विनाशलीला कितनी घातक होती है यह हम सभी जानते हैं, इसलिए भूकम्प की एक हल्की सी सम्भावना मात्र से हम मनुष्य दहल उठते हैं. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, शुक्रवार को भारतीय मानक समय (आईएसटी) 2:26 पर, पूर्वी-तिमोर (इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्थित एक साउथ ईस्ट एशियाई राष्ट्र) के तट से 38 किमी दूर 6.2 की तीव्रता (मैग्नीट्युड) का भूकंप आया. हालाँकि किसी प्रकार के नुकसान की खबर अभी सामने नहीं आई है. परन्तु प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जोरदार झटके महसूस किए गए. ईस्ट तिमोर के GMN टीवी के सूचना निदेशक फ्रांसेज़ सुनी ने बताया कि "हमारे कर्मचारी इमारत से बाहर भाग गए क्योंकि इमारत हिल रही थी. ईएमएससी ने कहा कि भूकंप 10 किमी की गहराई पर था और लोस्पालोस से लगभग 29 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व क्षेत्र में आया था. अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं  FREE GK EBook- Download Now. / GK Capsule Free pdf - Download here

Source: Safalta

May Month Current Affairs Magazine DOWNLOAD NOW
Indian States & Union Territories E book- Download Now

Free Demo Classes

Register here for Free Demo Classes



सूनामी आने की संभावना -

50 किमी की गहराई पर आए इस भूकंप के परिणामस्वरूप सूनामी आने की प्रबल संभावना जताई जा रही है, जो हिंद महासागर क्षेत्र को प्रभावित करेगी. इस प्रकार की सम्भावना के मद्देनजर, इन्डियन ओसियन सुनामी वार्निंग और मिटिगेशन सिस्टम (IOTWMS) ने इस क्षेत्र के लिए सुनामी आने की चेतावनी जारी कर दी है.

महसूस किए गए जोरदार झटके -

''द गार्जियन'' के अनुसार, भूकंप इतना जोरदार था कि डार्विन, ऑस्ट्रेलिया में भी महसूस किया गया. हालांकि, जॉइंट ऑस्ट्रेलियन सुनामी वार्निंग सेंटर (संयुक्त ऑस्ट्रेलियाई सुनामी चेतावनी केंद्र) ने फिलहाल इससे ऑस्ट्रेलिया के लिए कोई खतरा नहीं बताया है.

तिमोर-लेस्ते के लॉसपालोस शहर में मध्यम श्रेणी के भूकंप की संभावना महसूस की गई, जबकि लगभग 150,000 की आबादी वाले देश की राजधानी दिलिक में हल्के झटकों का अनुभव किया गया.
भूकंप से प्रभावित इस क्षेत्र की अधिकांश आबादी उन संरचनाओं में निवास करती है जो भूकंप के झटकों की चपेट में हैं, हालांकि यहाँ पर प्रतिरोधी संरचनाएं बनी हुई हैं. यहाँ की  प्रमुख इमारतें कंक्रीट के फर्श के साथ सहज प्रभावित न होने वाली सुदृढ़ ईंट और दीवार निर्माण के साथ प्रीकास्ट कंक्रीट फ्रेम में बनाई गयी हैं.
 
Quicker Tricky Reasoning E-Book- Download Now
Quicker Tricky Maths E-Book- Download Now
खेल ई-बुक - फ्री  डाउनलोड करें  
साइंस ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  
पर्यावरण ई-बुक - फ्री  डाउनलोड करें  
भारतीय इतिहास ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  


रिंग ऑफ फायर -

यूएनडीपी के एक सर्वेक्षण के अनुसार, पूर्वी तिमोर की आबादी 13.2 लाख है, और यह दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है, जिसकी लगभग 40% आबादी गरीबी रेखा से नीचे बसर करती है. यह प्रशांत क्षेत्र "रिंग ऑफ फायर" पर स्थित है. यह एक ऐसा क्षेत्र जहां अक्सर ज्वालामुखी विस्फोट और भूकंप आते रहते हैं. इस महीने की शुरुआत यानि मई 17 को भी इंडोनेशिया के पश्चिमी प्रांत बेंगकुलु में भी 6.0 तीव्रता का भीषण भूकंप आया था. हालांकि कोई सुनामी नहीं आई थी.

ग्रीन अलर्ट -

चूँकि इस घटना के फलस्वरूप किसी के हताहत होने और नुकसान होने की संभावना कम दिख रही है इसलिए यूएसजीएस ने इसके लिए एक 'ग्रीन अलर्ट' जारी किया है. इस बात की सम्भावना 30% है कि भूकंप के परिणामस्वरूप 10 मौतें हो सकती हैं. हिंद महासागर सुनामी चेतावनी (इन्डियन ओसियन सुनामी वार्निंग) और शमन प्रणाली (मिटिगेशन सिस्टम, ICG/IOTWMS) के लिए अंतर सरकारी समन्वय समूह का गठन 26 दिसंबर, 2004 को आई दुखद सुनामी की घटना के बाद किया गया था, 2004 में आई इस भयंकर और त्रासद सुनामी में हिंद महासागर क्षेत्र के आसपास के 230,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी.
 
Quicker Tricky Reasoning E-Book- Download Now
Quicker Tricky Maths E-Book- Download Now
खेल ई-बुक - फ्री  डाउनलोड करें  
साइंस ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  
पर्यावरण ई-बुक - फ्री  डाउनलोड करें  
भारतीय इतिहास ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  

हालाँकि हिंद महासागर सुनामी चेतावनी (इन्डियन ओसियन सुनामी वार्निंग) और शमन प्रणाली (मिटिगेशन सिस्टम, ICG/IOTWMS) ने इस क्षेत्र के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी है जबकि यूरोपीय-भूमध्य भूकंपीय केंद्र (EMSC) ने इसकी संभावना से इनकार किया है.

Related Article

How Many Sector push may create Lakhs jobs in five years

Read More

रायबरेली में सफलता का डिजिटल मार्केटिंग कोर्स मचा रहा धूम, सैकड़ों युवाओं को मिली नौकरी

Read More

Online Marketing : The Who, What, Why and How of Digital Marketing

Read More

Difference between Data Analytics and Data Analysis

Read More

Introduction to Safalta: A Leading Digital Marketing Training Institute

Read More

Measuring The Impact: How To Track Your Brand Awareness Success

Read More

Future-Programming Hybrid Skills: The Requirement for Marketing Professionals to Upskill and Cross-Skill

Read More

CRM Integration Made Easy: Tips for Seamless Implementation

Read More

5 of the most valued marketing skills

Read More