Top 10 Engineers Of India, जाने भारत के टॉप 10 इंजीनियर के बारे में विस्तार से

safalta expert Published by: Chanchal Singh Updated Wed, 14 Sep 2022 10:23 PM IST

Top 10 Engineers Of India : भारत इंजीनियर के मामले में बहुत भाग्यशाली है। हर साल इन्हें सम्मानित करने के लिए 15 सितंबर को राष्ट्रीय इंजीनियर दिवस भारत के महान इंजीनियर मोक्षगुंडम के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है। इस लेख में हम जानेंगे भारत के टॉप टेन इंजीनियरों और उनके द्वारा भारत के प्रगति में दिए गए योगदान के बारे में विस्तार से।  अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं   FREE GK EBook- Download Now. / GK Capsule Free pdf - Download here

Source: Safalta

 

                                                
 

 


1.मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

इनका नाम इंजीनियरिंग जगत में कौन नहीं जानता है। यह एक भारतीय इंजीनियर, विद्वान राजनेता और 1912 से 1918 तक मैसूर के दीवान रहे हैं। इन्हें 1955 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या का जन्म 15 सितंबर 1818 हुआ था। इन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा चिकबल्लापुर से हासिल की थी, साथ ही सेंट्रल कॉलेज बेंगलुरु से स्नातक की डिग्री ली थी। इन्होंने अपने आगे की पढ़ाई कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग पुणे में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। हर साल 15 सितंबर को इनके जन्म दिन के अवसर पर इंजीनियरिंग दिवस मनाया जाता है।

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2. सतीश धवन

 भारत में प्रायोगिक द्रव गतिकी रिसर्च के जनक के रूप में सतीश धवन को जाना जाता है। उनका जन्म 25 सितंबर 1920 को श्रीनगर में हुआ था। उन्होंने लाहौर के पंजाब विश्वविद्यालय से बैचलर डिग्री ली जहां इन्होंने भौतिकी और गणित विषय में विज्ञान स्नातक, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है।  उन्होंने मिनेसोटा विश्वविद्यालय,  मिनियापोलिस से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस और कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। इसके बाद इन्होंने गणित और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डबल पीएचडी की है।
 इसके बाद इन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षो को सुधारने के लिए, सुदूर संवेदन और सेटेलाइट प्रक्षेपण सेंटर का नाम बदलकर इन्हें सम्मानित करने के लिए आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र का नाम बदलकर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र रखा गया है।

3. डॉ अबुल पकिर जैनुलआब्दीन अब्दुल कलाम

 एपीजे अब्दुल कलाम भारत के राष्ट्रपति के रूप में पद संभाला है। एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1921 में हुआ था। इन्होंने 1960 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बैचलर की पढ़ाई की है। इसके बाद ये एक वैज्ञानिक के रूप में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन डीआरडीओ के वैज्ञानिक विकास प्रतिष्ठान में शामिल हुए थे कलाम को भारत के मिसाइल मैन के रूप में भी जाना जाता है।

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4. ई श्रीधरन

ई श्रीधरन को भारत के मेट्रो मैन के रूप में जाना जाता है, यह एक सेवानिवृत्त भारतीय इंजीनियरिंग सेवा आईएस थे। इन्होंने भारत में सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए योगदान दिया है, इनकी माध्यमिक शिक्षा बेसल इवेंजेलिकल मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल से ली है और अपना सिविल इंजीनियरिंग सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज काकीनाडा आंध्र प्रदेश से पूरा किया है। जिसे जेएनटीयूके के नाम से जाना जाता है।

5. रघुराम गोविंद राजन 

रघुराम गोविंद राजन भारतीय रिजर्व बैंक के 23वें गवर्नर के रूप में कार्यरत थे, जिन्होंने 2003 से 2007 तक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में सेवा की है। इनका जन्म 1963 में भोपाल मध्य प्रदेश में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल से पूरी की थी और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री के साथ बैचलर की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने भारतीय प्रबंध संस्थान अहमदाबाद से मैनेजमेंट की डिग्री ली। इन्होंने मैनेजमेंट स्कूल से मैनेजमेंट में पीएचडी की है। भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर का कार्यकाल पूरा करने के बाद ये वापस शिक्षा के क्षेत्र में वापस आ गए।

6. सुंदर पिचाई

सुंदर पिचाई  2004 में गूगल में शामिल हुए और वर्तमान में भी गूगल इंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीईओ के रूप में कार्यरत हैं। इनका जन्म मदुरई तमिलनाडु में हुआ था। उन्होंने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई जवाहर विद्यालय अशोक नगर चेन्नई से पूरी की थी। जिसके बाद भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसके साथ ही इन्होंने M.S सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से डिग्री  ली है। इन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री ली है।

7. सत्य नडेला 

 सत्य नडेला माइक्रोसॉफ्ट के स्कूल के सीईओ के रूप में कार्यरत हैं। नडेला का जन्म तेलंगाना के हैदराबाद शहर में हुआ था। इन्होंने अपनी प्राइमरी शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल बेगमपेट से की है। जिसके बाद इन्होंने मणिपाल इंस्टीट्यूट आफ  टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग डिग्री ली है, और इन्होंने एम.एस विस्कॉन्सिन- मिल्वौकी यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की डिग्री ली है। इसके बाद इन्होंने शिकागो विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई पूरी की है।

8. नागवरा रामारो नारायण मूर्ति 

ये  भारतीय आईटीउद्योगपति और इंफोसिस के सह-संस्थापक हैं। नारायण मूर्ति का जन्म 20 अगस्त 1946 को कर्नाटक के जिले में हुआ था। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इन्होंने कानपुर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से मास्टर की डिग्री हासिल की है। नारायणमूर्ति ने 1981 में 10000 रुपये से इंफोसिस की स्थापना की और अब वर्तमान में ये कंपनी 9.501 अरब अमेरिकी डॉलर की कंपनी है।  सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इस ऐप से करें फ्री में प्रिपरेशन - Safalta Application
 

9. वर्गीज कुरियन

 भारत में वाइट रिवॉल्यूएशन के जनक के रूप में वर्गीज कुरियन को मुख्य रूप से जाना जाता है। इनका 26 नवंबर 1921 को मद्रास में हुआ था। इन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई मद्रास के लोयला कॉलेज से स्नातक किया है।इसके बाद इन्होंने इंजीनियरिंग कॉलेज गिंडी से मैकनिकल इंजीनियरिंग में भी स्नातक किया है।

10.सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा

सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा जिन्हें सैम पित्रोदा के नाम से भी जाना जाता है। इनका जन्म 4 मई 1942 को  हुआ था। ये एक महान दूरसंचार इंजीनियर, अविष्कारक, उद्यमी और नीति निर्माता थे। उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई गुजरात के वल्लभनगर विद वल्लभ विद्यानगर से की है, साथ ही उन्होंने वड़ोदरा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय से भौतिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स में मास्टर की डिग्री ली है। इन्होंने शिकागो में इलिनोइस इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री प्राप्त की है।  सैम पित्रोदा 1975 में इलेक्ट्रॉनिक डायरी का आविष्कार किया है जिसके लिए इन्हें हैंड-हेल्ड कंप्यूटिंग का सबसे पहला अग्रदूत माना जाता है। विज्ञान और इंजीनियरिंग में उनके योगदान के लिए उन्हें 2009 में पद्म भूषण से भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया था।

 यह दुनिया के टॉप इंजीनियरों की सूची है जो केवल महान इंजीनियर ही नहीं थे बल्कि महान इंसान भी थे। जिन्होंने भारत का नाम दुनिया भर के देशों में किया है।

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