म्यांमार की अपदस्थ नेता और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की को म्यांमार की एक विशेष अदालत ने 6 दिसंबर 2021 को 4 साल कारावास की सजा सुनाई है। सू की को असंतोष भड़काने और प्राकृतिक आपदा कानून के तहत कोविड-19 नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने पर यह सजा सुनाई गई है। राष्ट्रपति विन मिंट को भी इन्हीं आरोपों में समान सजा सुनाई गई है। 1 फरवरी 2021 को देश की सत्ता पर सेना द्वारा कब्जा करने के बाद 76 वर्षीय शांति नोबेल पुरस्कार विजेता सू की पर चलाए जा रहे 11 मुकदमों में से पहले मामले में यह सजा मिली है। उन पर असंतोष भड़काने का आरोप उनकी फेसबुक पोस्ट से संबंधित है। अगर वह इन सभी आरोपों में दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें 100 साल से भी ज्यादा की सजा होने की संभावना है। ध्यातव्य की नवंबर 2020 के आम चुनाव में सत्तारूढ़ नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी को संसद के दोनों सदनों में बड़ी जीत हासिल हुई थी। सेना समर्थक पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। सेना ने चुनावों में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए 1 फरवरी 2021 को तख्तापलट कर दिया था। सू की और विन मिंट समेत पार्टी के हजारों नेताओं और समर्थकों की गिरफ्तारी के बाद म्यांमार में आपातकाल की घोषणा कर दी गई थी। सैन्य समर्थित सरकार के मुखिया ने अपदस्थ नेता सू की को सुनाई गई 4 साल में से 2 साल की सजा माफ कर दी है । आंग सान सू की म्यांमार की प्रमुख राजनेता, राजनयिक, लेखिका और नोबेल पुरस्कार विजेता है। उन्हें 1991 में शांति नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने म्यांमार के स्टेट काउंसलर और विदेश मामलों के मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। सू की ने म्यांमार में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए कठिन संघर्ष किया है।
महत्वपूर्ण तत्व
महत्वपूर्ण तत्व
- म्यांमार (जिसे पूर्व में बर्मा भी कहा जाता है) दक्षिण पूर्व एशिया का एक महत्वपूर्ण देश है ।
- म्यांमार की राजधानी नायप्यीडा है।
- यांगून (रंगून) यहां का सबसे बड़ा शहर है।
- यहां की राजभाषा बर्मी है।
- यहां की राजकीय मुद्रा क्यात है ।
- यहां के राष्ट्रपति विन मिंट हैं।
- यहां की राज्य सलाहकार आंग सान सू की है।
- म्यांमार क्षेत्रफल के हिसाब से दक्षिण पूर्व एशिया का सबसे बड़ा राज्य है।
- इरावदी यहां की महत्वपूर्ण नदी है।