Download App & Start Learning
10 Popular Harvest Festivals : भारत एकता में विविधता वाला देश है जहां जितने भी राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश हैं उनकी अलग अलग भाषा, बोली, संस्कृति, तीज, त्योहार और धार्मिक मान्यता हैं। यह कृषि प्रधान देश है जहां फसलों की कटाई पर अलग अलग राज्यों में अलग अलग यमयों पर त्योहार मनाया जाता है। जिसमें बिहू, मकर संक्रांति, पोंगल,बैसाखी है। जिसे फसलों की कटाई को स्वीकार करने के लिए मनाया जाता है। आज के इस आर्टीकल में हम आपको ऐसे 10 फसलों के त्योहार के बारे में बताएंगे जिसे भारत में फसल कटाई के लिए मनाया जाता है।
Free Daily Current Affair Quiz-Attempt Now with exciting prize
भारत में हार्वेस्ट फेस्टिवल की लिस्ट
फसल उत्सव के नाम |
राज्य के नाम |
डिटेल |
बिहु |
असम |
- असम का फसल उत्सव बिहू है और इसे असमिया नए साल की शुरुआत भी है।
- इस त्योहार को माघ बिहू या बोहाग बिहू के नाम से भी जाना जाता है।
- त्योहार से एक रात पहले एक पारंपरिक सांप्रदायिक दावत जिसे उरुका के नाम से जाना जाता है, जिससे त्योहार की शुरुआत हो जाती है और असम में किसान अपने फसलों का आनंद लेते हैं।
- बिहू के दिन, मेज या मंडप मिट्टी और घास से बनाए जाते हैं और फिर जला दिए जाते हैं। यह त्यौहार स्थानीय महिलाओं के समूहों द्वारा शानदार मुख्तार पहनकर नाचते और गाते हुए मनाया जाता है।
- लोग अपने पारंपरिक लोक नृत्य बिहू का प्रदर्शन करते हैं और सांडों की लड़ाई, पक्षियों की लड़ाई और शुंग पीठ, तिल पीठ और लारू से इस त्योहार का आनंद लेते हैं।
|
मकर संक्रांति |
गुजरात, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और केरल, छत्तीसगढ़ |
- भारत में प्राचीन समय से मकर संक्रांति मनाया जा रहा है यह त्यौहार ज्यादातर गुजरात, केरल, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है।
- यह त्योहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के बाद मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह त्योहार बुरे चरण के अंत और अच्छे समय की शुरुआत का प्रतीक है।
- गुजरात में मकर संक्रांति को उत्तरायण, पंजाब में माघी, हिमाचल प्रदेश में माघ साजी, उत्तर प्रदेश में खीचेरी और तमिलनाडु में पोंगल के नाम से जाना जाता है।
|
पोंगल |
तमिलनाडु |
- पोंगल तमिलनाडु में फसल कटाई का त्योहार है और यह 4 दिनों तक चलता है।
- पहले दिन को भोगी उत्सव के रूप में जाना जाता है जो भगवान इंद्र को समर्पित है।
- दूसरे दिन, नए कटे हुए चावल और दूध से खीर तैयार करके सूर्य देव को अर्पित किए जाते हैं।
- तीसरे दिन गाय की पूजा की जाती है।
- पोंगल मनाने के लिए पहले दिन पारंपरिक रंग और स्वाद वाले चावल हल्दी, बीटल के पत्तों और बीटल नट्स से तैयार किए जाते हैं।
|
लोहड़ी |
पंजाब |
- लोहड़ी पंजाब में मनाई जाती है यह पहली फसल का जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है।
- लोहड़ी मकर संक्रांति से एक रात पहले मनाई जाती है, जहां स्थानीय लोग त्योहार के दौरान पंजाबी पारंपरिक सुंदर मुंदरिया गाते हैं।
|
बैसाखी |
पंजाब और हरियाणा |
- नई फसल के लिए भगवान को धन्यवाद देने के लिए पंजाब और हरियाणा में बैसाखी मनाई जाती है।
- किसान इस त्योहार को मनाकर पहली फसल का आनंद लेते हैं।
|
नुआखाई |
ओडिशा |
- ओडिशा में फसल उत्सव को नुआखाई के नाम से जाना जाता है।
- इस त्योहार को उड़ीसा के कई क्षेत्रों में नुआखाई परबो या नुआखाई भेटघाट के नाम से भी जाना जाता है।
- इस त्यौहार का मुख्य आकर्षण मनोरम अरसा पीठ है, जो मीठा पैनकेक है जो पहले कटे हुए चावल से बनाया जाता है।
|
ओणम |
केरल |
- केरल में, कटाई के त्योहार को ओणम के रूप में जाना जाता है जो राज्य के कई क्षेत्रों में मनाया जाता है। यह 10 दिनों तक चलने वाला त्योहार है।
|
गुडी पडवा |
महाराष्ट्र |
- गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में फसल के त्योहार के रूप में मनाया जाता है और इसे महाराष्ट्र के नए साल के रूप में भी मनाया जाता है।
- गुड़ी पड़वा मौसम के पहले रबी की फसल की कटाई और अंत को दर्शाता है और इस दौरान आम और अन्य फल काटे जाते हैं।
|
वांगला महोत्सव |
मेघालय और असम |
- मेघालय और असम के लोग वंगाला को फसल कटाई के त्योहार के रूप में मनाते हैं।
- यह सर्दियों के आगमन के जश्न मनाने के लिए मनाया जाता है।
- यह त्योहार गारो जनजातियों द्वारा मनाया जाता है। यह पूर्वोत्तर भारत के गारो जनजातियों द्वारा किया जाता है।
- इस त्योहार में सूर्य देव की प्रार्थना और पूजा कर मनाया जाता है।
|
नाबन्ना |
पश्चिम बंगाल |
- पश्चिम बंगाल में नबन्ना को कटाई उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार ताजे चावल की फसल का प्रतीक है और यह पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक मान्यता प्राप्त फसल त्योहारों में से एक है।
- त्योहार के दौरान, लोग ताजे चावल से खीर बनाकर आनंद लेते हैं।
|
Monthly Current Affairs May 2022 Hindi