क्या है रेलवे के लिए स्टार्टअप नीति जिसे रेलवे मंत्री अश्विन वैष्णव ने लॉन्च किया है
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इनोवेशन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल की है जिसे केंद्र नें "रेलवे के लिए स्टार्टअप" (StartUps For Railways Policy ) नाम दिया है और इसे लॉन्च किया है।
Source: Safalta
इस स्टार्टप को लाने का रेलवे का ये उद्देश्य कि रेल फ्रैक्चर, दो ट्रेनों के बीच समय में कमी और अन्य यात्री और यात्रियों संबंधी मुद्दों जैसी समस्याओं के समाधान लाने के उद्देश्य से इसे लाया गया है । इस इनोवेशन नीति से बहुत बड़े और unused स्टार्टअप इकोसिस्टम की भागीदारी के जरिए संचालन, रखरखाव और बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के क्षेत्र में स्केल और एफिशिएंसी लाने की उम्मीद है।क्या है राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल जिसे केंद्र सरकार ने डेवलप किया है और इसका क्या उपयोग है
सार्वजनिक भागीदारी और खुलेपन को प्रमोट और प्रोत्साहित करने के लिए, केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल (Rashtriya Puruskar Portal) डेवलप किया है, यह पोर्टल अब सभी सरकारी मंत्रालयों, डिपार्टमेंट और एजेंसियों द्वारा दिए गए कई सारे विभिन्न पुरस्कारों के लिए नॉमीनेशन करेगा। इस पोर्टल का उद्देश्य यह है कि इससे जनता के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले विभिन्न पुरस्कारों के लिए लोगों और संगठनों को इंट्रोड्यूस्ड करना आसान हो जाएगा, इससे लोग अपने विभिन्न पुरस्कार को इस पोर्टल के मदद से आसानी से दिखा और बता सकते हैं।केंद्र सरकार की ड्रीम पहल उड़ान क्या है और इसे क्यों लाया गया था
इस साल, 2022 में केंद्र सरकार की ड्रीम पहल, उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) की पांचवीं एनीवरसरी मनाने जा रही है। यह केंद्र सरकार की पहल थी जिसके तहत सरकार का यह उद्देश्य था कि क्षेत्रीय हवाई अड्डा विकास हो सके। सरकार की यह पहल धीरे-धीरे शुरू हुआ लेकिन इसकी लोकप्रियता में बढ़ोतरी हुई क्योंकि स्टार एयर जैसी नई एयरलाइनों ने इस विशाल अप्रयुक्त बाजार (huge untapped market) का पता लगाना शुरू कर दिया। Analysts का मानना है कि उड़ान पहल से, उड्डयन व्यवसाय में बहुत तरक्की हुई है क्योंकि यह एवरेज व्यक्ति को घंटों के बजाय मिनटों में और उचित लागत पर छोटे शहरों के बीच आने-जाने की सुविधा देता है। 415 से अधिक उड़ान मार्ग हेलिपोर्ट्स और वाटर एयरोड्रोम सहित 66 अंडरसर्व्ड या अ-सेवित हवाई अड्डों को जोड़ते हैं, जिससे 92 लाख से अधिक लोगों को मदद मिलता है।