आज यानी 26 जनवरी 2022 को पूरा देश अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में आज तिरंगा झंडा फहराया गया है साथ ही मिठाई भी बांटी गई है। स्कूल,कॉलेज में रेली, परेड,पीटी, और कई सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ है। जब भी हम गणतंत्र दिवस या स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं हमारे दिमाग में इस बात का खयाल जरुर आता है कि इन दोनों में क्या अंतर होता होगा। इस विषय पर कई सारे सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल भी पूछे जाते हैं। अगर आपके भी दिमाग में यह सवाल आता है तो आइए जानते हैं कि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस इन दोनों में क्या अंतर है।

Source: social media
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क्यों और कब मनाया जाता है स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस?
जैसा कि आप सब जानते हैं कि स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है, इस दिन साल1947 में भारत को अंग्रेज शासकों से मुक्ति मिली थी। इस लिए इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, इस दिन यानी 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू कर भारत को पूर्ण रूप से गणतंत्र घोषित किया गया था इस लिए आज के दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस के तिरंगे फहराने के नियम में होता है अंतर।
.15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगे को ऊपर की ओर खींचकर फहराया जाता है।
.जबकि गणतंत्र दिवस पर झंडा ऊपर ही बंधा होता है, इसे वहीं खोलकर फहराया जाता है।
.गणतंत्र दिवस के दिन जब तिरंगा फहराया जाता है तब उसे तिरंगा फहराया गया कहा जाता है।
. गणतंत्र दिवस के दिन देश के राष्ट्रपति राजपथ पर झंडा फहराते हैं। ( रामनाथ कोविंद वर्तमान में राष्ट्रपति के पद पर हैं)।
.स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं। (वर्तमान में नरेंद्र दामोदर दास मोदी प्रधानमंत्री पद पर हैं)।
. 15 अगस्त के दिन तिरंगे का ध्वजारोहण किया जाता है, इसे आम बोल चाल की भाषा में लोग तिरंगा फहराया गया कहते हैं, जो कि गलत है इसे ध्वजारोहण कहा जाना चाहिए ।
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नोट- 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था, इसलिए इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रपति एक संवैधानिक पद पर होते हैं इसलिए ही गणतंत्र दिवस के दिन राजपथ पर राष्ट्रपति ही झंडा फहराते हैं। देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे जिन्होंने साल 1950 में देश के पहले गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंड़ा फहराया था।