व्यापार के विश्लेषण और सर्वे के अनुसार, 16.34 एलएमटी में से चीन को निर्यात किए जाने वाले 96 परसेंट चावल टूटे हुए चावल थे। साल 2022 में चीन भारत से टूटे चावल का टॉप खरीदार बन गया है।
Source: Safalta
2021-2022 में बासमती और गैर-बासमती का कुल एक्सपोर्ट 212.10 LMT था, जो कि 2020-2021 में पहले के निर्यात से 19.30 परसेंट अधिक हैपहले केवल 177.79 LMT था। इस दौरान भारत से चीन को टूटे चावल का निर्यात 3.31 एलटीएम से बढ़कर 16.34 एलएमटी हुआ है।Free Daily Current Affair Quiz-Attempt Now with exciting prize
साल 2020, 2021 और 2022 में भारत ने चावल का कितना निर्यात किया है
1. 2021-2022 में, बासमती चावल के लिए भारत से चावल का कुल निर्यात 38.48 LMT था, जो 2020-2021 के निर्यात से घटकर 46.30 LMT था। 2. चावल के भारतीय निर्यात में गैर-बासमती चावल का सबसे बड़ा हिस्सा है।
3. 2021-2022 में, बासमती चावल के अलावा, चावल का निर्यात 172.56 एलएमटी था, जो कि पिछले साल 2020-2021 की तुलना में बढ़ी है, जो कि साल 2020-2021 131.48 एलएमटी था, और इसमें 31.27 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है।
4. 2021-2022 में भारत से 83 देशों को 38.64 एलएमटी टूटे चावल का निर्यात किया गया था, और इन 83 देशों से चीन ने 15.76 एलएमटी आयात किया जो कि 2.73 एलएमटी से 476.40 परसेंट अधिक था।
Monthly Current Affairs May 2022 Hindi
व्यापार विशेषज्ञ विश्लेषण का क्या निष्कर्श है
व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार, भारत से चीन के आयात में अचानक बढ़ोतरी नूडल्स और वाइन के प्रोडक्शन के लिए करता है। अखिल भारतीय चावल निर्यातक संघ के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि चीन ने भारत से टूटे चावल के इंपोर्ट को बढ़ाने के लिए भारत में एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है जिसने कोविड -19 के प्रकोप से पहले कई चावल मिलों का दौरा किया है। विशेषज्ञों ने भारत से चीन द्वारा चावल के आयात में बढ़ोतरी के अन्य कारणों का भी विश्लेषण किया, और बताया कि मक्का की बढ़ती कीमतों के कारण भी चीन भारत से टूटे हुए चावल खरीद रहा है।सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इन फ्री बुक्स को डाउनलोड करें
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