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सब्जी बेचने वाले पिता की मेहनती बेटी -
सब्जी बेचने वाले पिता की मेहनती बेटी आज सिविल जज बन गई है और देखते हीं देखते उसने सारे समाज के सामने एक उच्च आदर्श स्थापित कर दिया है. अंकिता के पिता का कहना है कि उनकी बेटी जीवन में कड़े से कड़े संघर्ष के बावजूद भी कभी हिम्मत नहीं हारी. पिता को अपनी बेटी की कामयाबी पर गर्व है.
डॉक्टर बनने की ख्वाहिश थी कभी -
अंकिता नागर पहले डॉक्टर बनना चाहती थीं. लेकिन एमबीबीएस की पांच वर्षों की खर्चीली पढ़ाई जब सामान्य आर्थिक स्थिति वालों के लिए भी पहुँच से बाहर की चीज हो जाती है तब ऐसे में सब्जी बेच कर गुज़र बसर करने वाला परिवार इस मंहगी पढ़ाई को कैसे अफोर्ड कर पाता. सिविल जज बनना अंकिता की दूसरी चॉइस थी. अंकिता की अधिकांश पढ़ाई सरकारी स्कॉलरशिप से हुई है. बावजूद इसके आर्थिक चुनौतियाँ कम नहीं होती थी. यहाँ तक कि कई बार किसी एग्जाम के लिए उनके पास फॉर्म भरने के भी पैसे नहीं होते थे. लेकिन दिल में कुछ कर दिखाने का ज़ज़्बा हो तो सारी चुनौतियाँ छोटी पड़ जातीं हैं. अंकिता ने यूट्यूब से मदद ली. यूट्यूब से भी अंकिता को अपनी तैयारी करने में बहुत मदद मिली.
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सब्जी बेचने में बँटाती थी माता पिता का हाथ -
अंकिता को पढ़ाई लिखाई से जब भी समय मिलता था वो अपने पिता के साथ सब्जी बेचने का काम भी देखती थी. अंकिता के माता पिता लक्ष्मी नागर और अशोक नागर इंदौर के मूसाखेड़ी रोड पर काफी समय से सब्जी का ठेला लगाते हैं. यही नहीं दोनों दोनों पति-पत्नी लंबे अर्से से इंदौर की गलियों में भी घूम कर सब्जी बेचने का काम करते हैं. इस काम में उनके तीनों बच्चे भी साथ देते थे. अंकिता से बड़ा एक भाई और एक छोटी बहन भी है.
मंजिल की चाहत में शादी को दरकिनार रखा -
अंकिता से बड़ा भाई और एक छोटी बहन है जिनकी शादी हो चुकी है. पर अंकिता ने अपने ख्वाबों को पूरा करने की लगन में शादी को दरकिनार किए रखा. वह अपने सपनों की मंजिल के रास्ते में कोई भी रुकावट नहीं आने देना चाहती थी.
पिता का गर्व बनी बेटी -
अंकिता की सफलता पर उसके पिता ख़ुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. पिता ने कड़ी से कड़ी मेहनत करके हर कदम पर ना सिर्फ बेटी का साथ दिया परन्तु तीन तीन बार असफलता के बाद भी पिता का विश्वास बेटी पर हमेशा कायम रहा. आखिरकार मेहनत की जीत हुई और पिता का विशवास जीत गया. पिता अशोक नागर कहते हैं कि मेरी बेटी उन लोगों के लिए एक मिसाल है जो लोग संघर्ष को देखकर पीछे हट जाते हैं. अंकिता नागर आपको हम सब की तरफ से इस मनोवांछित सफलता के लिए बहुत बहुत मुबारकबाद !