क्या कहती है रिपोर्ट?
रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भारी मात्रा में प्रोपेगेंडार भारत में युवाओं और जो सोशल मीडिया यूजर्स हैं उन्हें नुकसान पहुंचा रहा है। प्रोपेगेंडा के इस खतरे से निपटने के लिए कंपनियां भी गंभीर प्रयास नहीं कर रही हैं।Free Daily Current Affair Quiz-Attempt Now with exciting prize
रिपोर्ट ने सोशल मीडिया की आदतों को कैसे समझा है?
8 राज्यों के युवाओं के साथ उनकी सोशल मीडिया की आदतों और उन पर गलत सूचना और हानिकारक सामग्री के प्रभाव को समझने के उद्देश्य से चर्चा की गई। भारत में 70 फीसदी इंटरनेट यूजर्स 35 साल से कम उम्र के हैं।Science E-book-Download Now
प्रोपेगेंडा के बारे में रिपोर्ट क्या कहती है?
प्रोपेगेंडा, जिसका अर्थ है जानबूझकर गलत सूचना का उपयोग करना, जो कि एक राजनीतिक समस्या है। इसका समाधान केवल सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों और उनके क्रियान्वयन में ही नहीं पाया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म प्रोपेगेंडा फैलाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।Source: Safalta
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एम्पलीफिकेशन जुड़ाव से संचालित हो रहा है न कि कंटेंट की क्वालिटी या सोर्स की क्रेडिबिलिटी से। यह प्रोपेगेंडा का प्रसार कर रहा है और प्लेटफॉर्म इसे रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहे हैं।Monthly Current Affairs May 2022 Hindi
सूचना का प्रमुख स्रोत क्या है?
स्मार्टफोन यूजर्स के लिए, सूचना के प्रमुख सोर्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हैं, जबकि क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित होने वाले टीवी समाचार एकमात्र अन्य स्रोत हैं जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तुलना में अधिक प्रभावशाली हैं।Sports E-book-Download Now