48. सतत और सही दिशा की रेखा के गुणधर्म को बनाये रखने में किस प्रक्षेप का उपयोग किया जाता है?
बेलनाकार यथा आकृति प्रक्षेप या मर्केटर प्रक्षेप एक शुद्ध दिशा प्रक्षेप है। इसमें दो स्थानों को एक सीधी रेखा से मिलाया जाता है, जिसे एक दिश नौ पथ कहा जाता है। इस प्रक्षेप में रेखाओं की दिशा भौगोलिक उत्तर दक्षिण होती है, अतः उन्हें काटने वाली प्रत्येक सरल रेखा या एक दिश नो पथ एक नियत दिकमान वाली होती है।