स्वाइन फ्लू किस विषाणु से फैलता है ?

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SUNDARAM SINGH

2 years ago

सुअर इन्फ्लूएंजा (जिसे स्वाएन फ्लू, स्अर फ्लू या शूकर फ्लू भी कहते हैं), एक संक्रामक है जो "सूअर इन्फ़्लुएन्ज़ा वाइरस" नाम के सूक्ष्म जीव की अनेको विशिष्ट प्रकार की प्रजातियों में से किसी एक प्रकार के धारक से होती है। 2009 में संचार माध्यम ने इसको स्वाइन फ्लूकहा जो एक नई नस्ल A/H1N1 पैन्डेमिक वायरस से होता है, वैसे ही जैसे इससे पहले 'बर्ड फ्लू' हुआ था जिस फ्लू ने हाल ही में एशियाई-वंशावली HPAI (उच्च रोगजनक एवियन इन्फ़्लुएन्ज़ा) H5N1 नाम के वायरस से होता है जो कई देशों में स्थानीय जंगली पक्षियों के कई प्रजातियों में पाया जाता है, से होता था। एक सूअर इन्फ्लूएंजा वायरस (SIV) जो सामान्यतः होस्ट वायरस है जो (किसी भी स्थानीय) सुआरों में पाया जाता है।[1] वर्ष 2009 के अनुसार SIV भेद में इन्फ्लूएंजा C वायरस और उपभेद इन्फ्लूएंजा A वायरस जो H1N1, H1N2, H3N1, H3N2, H2N3, के रूप में माना जाता है, से होता है। सुअर फ्लू दुनिया भर में सुअर आबादी में आम है। सूअर इन्फ्लुएंजा आम तौर पर सुअरों से मनुष्यों में नहीं फैलता है और अक्सर मानव इन्फ्लुएंजा का कारण नहीं होता है, तथा अक्सर इसके फलस्वरूप रक्त में केवल एंटीबॉडी ही पैदा होते हैं। पशु के मांस को यदि अच्छी तरह पकाया गया हो तो उससे संक्रमण का कोई ख़तरा नहीं होता है। यदि संक्रमण के कारण मानव इन्फ्लुएंजा होता है तो उसे जूनोटिक सूअर फ्लू कहते हैं। जो लोग सूअर के साथ काम करते हैं और उनके साथ अधिक रहते हैं उनको सुवर फ्लू होने का खतरा ज्यादा होता है। 20वीं शताब्दी के मध्य में, इन्फ्लूएंजा उपभेदों की पहचान संभव हो सका, जो मनुष्य के लिए संचरण के सही निदान की जानकारी देता है। तब से, पचास संचरण की पुष्टि दर्ज की गई है। इस तरह की नसल एक मनुष्य से दुसरे मनुष्य में बहुत कम ही प्रवेश करता है। मनुष्य में सूअर फ्लू के लक्षण मूलतः इन्फ़्लुएन्ज़ा के लक्षण होते हैं या इन्फ़्लुएन्ज़ा जैसे लक्षण होते हैं, जैसे - जैसे ठंड लगना, बुखार का आना, गले में ख़राश, मांसपेशियों में दर्द, गंभीर सिर दर्द, खांसी, कमजोरी और सामान्य असुविधा. सुअर भी मानव इन्फ्लूएंजा से संक्रमित हो सकते हैं और यह वर्ष 1918 के फ्लू महामारी के दौरान प्रतीत हुआ था।[2] मानव में यह 2009 का सूअर फ्लू एक नई नसल की इन्फ्लूएंजा A के कारण हुई है जो सूअर इन्फ्लूएंजा के जीनों से मिलतीजुलती है।[3] इस नई नस्ल का मूल अज्ञात है। हालांकि, विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (OIE) के रिपोर्ट के अनुसार इस तरह का फ्लू सूअरों में अलग नहीं है।[4] यह मानव से मानव को संक्रमित हो सकता हैं[5]और इसमें इन्फ्लूएंजा के सामान्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं।[6]

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