वारियर संगम काल में कौन था? [A] राजस्व वसूलने वाला [B] अधिक लगान [C] सेनापति [D] इनमें से कोई नहीं
संगमकाल (तमिल : சங்ககாலம், संगकालम्) दक्षिण भारत (कृष्णा एवं तुंगभद्रा नदी के दक्षिण में स्थित क्षेत्र) के प्राचीन इतिहास का एक कालखण्ड है।[1][2] यह कालखण्ड ईसापूर्व तीसरी शताब्दी से लेकर चौथी शताब्दी तक पसरा हुआ है। यह नाम 'संगम साहित्य' के नाम पर पड़ा है। संगम साहित्य, द्रविड़ साहित्य के शुरुआती नमूने थे।