कोलाइडल है एक (a) समांगी मिश्रण (b) विषमांगी मिश्रण जिसमें घुलित कण आँखों से देखे जा सकें (c) विषमांगी मिश्रण जिसमे घुलित कण आँखों से न ‘ देखे जा सकें। (d) उपरोक्त सभी।
c)कोलाइड – यह एक ऐसा विषमांगी मिश्रण है। जिसमें विलेय व विलायक दोनों के कण समान रूप से फैले होते हैं और अधिक देर तक रखने पर भी कण नीचे नहीं बैठते। क्योंकि इनका आकार 1 nm से 100 nm के बीच होता है। ये कोलाइडी कण परिक्षेपण माध्यम में से गुजरने वाले दृश्य प्रकाश का प्रकीर्णन कर देते हैं।