यदि किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना के पीछे बनता है, तो वह व्यक्ति किस दृष्टि दोष से पीड़ित है?
आंखों में यह दोष उत्पन्न होने पर प्रकाश की समान्तर किरणपुंज आँख द्वारा अपवर्तन के बाद रेटिना के बाद में प्रतिबिम्ब बनाता है (न कि रेटिना पर)। इस कारण पास की वस्तुओं का प्रतिबिम्ब स्पष्ट नहीं बनती और चींजें धुंधली दिखतीं हैं। यह दोष अधिकांशतः वृद्ध होने या अधिक आयु (जैसे चालीस के ऊपर ) के लोगों को होता है।