मेरठ और दिल्ली के आस-पास बोली जाने वाली खड़ी बोली का साहित्यिक रूप क्या कहलाता है?
राहुल सांकृत्यायन ने इसे कौरवी नाम दिया है। इसका क्षेत्र देहरादून का मैदानी भाग, सहारनपुर, मुजफ्फर नगर, मेरठ, दिल्ली, गाजियाबाद, बिजनौर, रामपुर, मुरादाबाद आदि है । इसे हिंदुस्तानी, नागरी, सरहिंदी आदि नामों से भी जाना जाता है। खड़ी बोली का विकास शौरसेनी अपभ्रंश के उत्तरी रूप से हुआ है।