. मैं जग जीवन का भार लिए फिरता हूँ … मैं साँसों के दो तार लिए फिरता हूँ । किस काव्यांश से ली गई है ? आत्मा परिचय मधुशाला मधुबाला इनमें से कोई नहीं

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