वन अधिनियम, 1878 के आधार पर वनों का वर्गीकरण किस प्रकार किया गया?
निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार करें: आरक्षित वन: आरक्षित वन भारत सरकार के स्वामित्व और नियंत्रण में हैं। ग्रामीणों को जंगलों से कुछ भी उपयोग करने की अनुमति नहीं थी। भारत के राष्ट्रीय उद्यान और भारत के वन्यजीव अभयारण्य आरक्षित वनों के उदाहरण हैं। संरक्षित वन: भारतीय वन अधिनियम के प्रावधानों के तहत संरक्षित वनों को अधिसूचित किया जाता है और सीमित सीमा वाले वन संरक्षित वन के रूप में जाने जाते हैं। सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान संरक्षित वनों का एक उदाहरण है। ग्रामीणों को जंगलों से लकड़ी का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी। ग्राम वनः ग्रामीणों को वनों में केवल इस शर्त पर रहने की अनुमति दी गई थी कि वे वनों की रक्षा करेंगे। वे गांवों के पास स्थित थे