किस विधि के अन्तर्गत जमींदारों के द्वारा एक निश्चित तिथि पर लगान कंपनी को नहीं देने पर उनकी भूमि नीलाम कर दी जाती थी? सूर्यास्त विधि सूर्योदय विधि कारलाइल विधि इनमें से कोई नहीं
इस व्यवस्था के अंतर्गत जमींदारों को एक निश्चित राशि पर भूमि दे दी गई। जमींदार की मृत्यु के पश्चात उसके उत्तराधिकारी को भूमि का स्वामित्व प्राप्त हो जाता था। जमींदारों को यह निश्चित राशि एक निश्चित समय को सूर्यास्त के पहले चुका देनी पड़ती थी नहीं तो उनकी जमीन नीलाम कर दी जाती थी इस कानून को सूर्यास्त कानून कहा जाता था।