तुम्हारे घर के बड़े लोग पहले कहाँ रहते थे? घर में पता करो
पहले मेरे दादाजी उत्तराखण्ड के गाँव में रहते थे। वे वहीं के निवासी थे। काम की तलाश में उन्हें गाँव से शहर आना पड़ा था। मेरे पिताजी का जन्म भी गाँव में हुआ था। परन्तु पिताजी की अच्छी पढ़ाई के लिए दादाजी उन्हें भी अपने साथ शहर ले लाए। तबसे लेकर अब तक वे सब शहर दिल्ली में रहते हैं। हमारे पड़ोस में एक दक्षिण भारतीय परिवार रहता है। उनका घर तमिलनाडु के एक गाँव में है। उनका परिवार छोटा है। उन्हें भी नौकरी की तलाश में दिल्ली में आना पड़ा। मैंने उनके परिवार के सारे सदस्यों से बात की है। उनका उत्तर यहाँ पर लिख रही हूँ। पहले वे यहाँ आकर थोड़े दुखी थे क्योंकि उनके सभी सगे-संबंधी वहीं रहते हैं। वे दिल्ली जैसे शहर में अकेले हैं। आरंभ में उन्हें यहाँ बहुत परेशानी हुई क्योंकि उन्हें हिन्दी नहीं आती थी। परन्तु धीरे-धीरे उन्होंने हिन्दी सीख ली हैं। अब वे सब खुश हैं। यहाँ आकर उन्हें वे सब सुख-सुविधाएँ प्राप्त हुई हैं, जो उनके गाँव में नहीं थी