जलियावाला बाग हत्याकांड के विरोध में कैसर-ए-हिंद की उपाधी लेने से किसने मना कर दिया।
जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद की स्थिति नोबेल पुरस्कार विजेता एवं बंगाली कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने साल 1915 में अपनी “नाइटहुड” की उपाधि को त्याग दिया। रविंद्र नाथ टैगोर की तरह ही महात्मा गांधी ने भी कैसर-ए-हिंद की उपाधि वापस कर दी जो उन्हें बोअर युद्ध (Boer War) के दौरान अंग्रेजों द्वारा प्राप्त हुई थी।