महाराष्ट्र में धर्म सुधार का काम परमहंस मण्डली ने आरम्भ किया | इसका उद्देश्य क्या था ? A.मूर्ति-पूजा का विरोध करना था | B.जाति-प्रथा का विरोध करना था | C.हिन्दू धर्म की कट्टरता वाली कुरीतियों का विरोध करना था | D.उपरोक्त तीनों |
महाराष्ट्र में धार्मिक सुधार बंबई में प्रांत में धार्मिक सुधार-कार्य का आरंभ 1840 में परमहंस मंडली ने आरम्भ किया। इसका उद्देश्य मूर्तिपजा तथा जाति-प्रािा का विरोध करना था। पश्चिमी ीाारत के पहले धार्मिक सुधारक संभवतः गोपाल हरि देशमुख थे जिन्हें-जनता 'लोकहितवादी' कहती थी। वे मराठी भाषा में लिखतेथे।