पालीताना मंदिर कहां स्थित है
पालीताना शत्रुंजय तीर्थ का जैन धर्म में बहुत महत्त्व है। पाँच प्रमुख तीर्थों में से एक शत्रुंजय तीर्थ की यात्रा करना प्रत्येक जैन अपना कर्त्तव्य मानता है। मंदिर के ऊपर शिखर पर सूर्यास्त के बाद केवल देव साम्राज्य ही रहता है। सूर्यास्त के उपरांत किसी भी इंसान को ऊपर रहने की अनुमति नहीं है।
पालीताना शत्रुंजय तीर्थ का जैन धर्म में बहुत महत्त्व है।
पालीताना शत्रुंजय तीर्थ का जैन धर्म में बहुत महत्त्व है।