डॉक्टर संपूर्णानंद जी का संबंध कहां से है?
डॉ॰ संपूर्णानन्द (1 जनवरी 1890 - 10 जनवरी 1969) कुशल तथा निर्भीक राजनेता एवं सर्वतोमुखी प्रतिभावाले साहित्यकार एवं अध्यापक थे। वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वे सदा हिन्दी के पक्षधर रहे। उन्हें हिन्दी की श्रीवृद्धि के लिए 'समाजवाद' पुस्तक पर 'मंगला प्रसाद पुरस्कार' भी मिला। 1940 में वे 'अखिल भारतीय हिन्दी साहित्य सम्मेलन' के सभापति निर्वाचित हुए। लम्बे समय तक वे 'नागरी प्रचारिणी सभा' के भी अध्यक्ष और फिर संरक्षक रहे। डॉ॰ संपूर्णानन्द चित्र:Sampurnanand.jpg डॉ॰ संपूर्णानंद जन्म 1 जनवरी, 1891 वाराणसी वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत मृत्यु 10 जनवरी, 1969 वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत व्यवसाय अध्यापक, लेखक, साहित्यकार, स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता राष्ट्रीयता भारतीय उल्लेखनीय कार्य सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना में विशेष योगदान दिया।