श्री राम जी के नाम पर एक वर्चुअल विश्वविद्यालय कहां स्थापित किया जाएगा?
वाराणसी, जेएनएन। स्कूल ऑफ राम के संयोजक प्रिंस ने बताया कि भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित यह विद्यालय संभवत: विश्व का पहला ऐसा अनोखा वर्चुअल विद्यालय होगा जो राम के जीवन आदर्शों ओर रामायण एवं रामकथा के वैश्विक स्वरूप को जन सामान्य तक ऑनलाइन इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पहुंचाने का काम करेगा। अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बने ऐसा अनेक सन्त-सत्पुरुषों का संकल्प था, किन्तु रामत्व की सकारता भौतिकीय उत्कर्ष में नहीं, अपितु राम के दिव्यातिदिव्य गुणों के अनुशीलन में है। हम राम को अपने अंत:करण में उतार कर देखें। राम जैसा पुत्र, पिता, भाई और पति बनकर देखें। जिस प्रकार का दिव्य जीवन राम ने जिया है उसकाे अपनााकर देखें तभी रामत्व की सार्थकता है। आज विश्व के समक्ष विकृत पर्यावरण की जो चुनौती है उसे राम की भांति प्रकृति केंद्रित जीवन जीकर ठीक किया जा सकता है। भगवान श्रीराम के इन्हीं युगों पुराने आदर्शों एवं रामायण के संस्कारों को अभिनव तरिकों से जन-जन तक पहूंचाने के लिए विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालय बलराम उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मंदिर बस्सी के पूर्व छात्र एवं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्यनरत प्रिंस तिवाड़ी ने भगवान श्रीराम पर एक वर्चुअल विद्यालय का प्रारूप तैयार किया है। इसे स्कूल ऑफ राम का नाम दिया है।