user image

Adarsh Singh

SSC & Railways
General Awareness
2 years ago

मुगल तथा सिक्ख संबंधों को स्पष्ट कीजिये।

user image

Vivek Singh

2 years ago

सिक्ख शक्ति का उत्कर्ष : सिक्ख धर्म के प्रणेता गुरु नानक थे | पंजाब में उनके  सिद्धांतों के अनुयायियों का एक समुदाय  बना ,  जो सिक्ख ( शिष्य )  संप्रदाय के नाम से विख्यात हुआ |  गुरु नानक  को सिक्खों  का प्रथम गुरु माना जाता है |  सिक्खों  चौथे गुरू रामदास ने सम्राट अकबर से भूमि लेकर रामदासपुर बसाया और “ संतोष सर” व “ अमृतसर”  नामक दो तालाब निर्मित किए |  अर्जुन देव के बलिदान ने सिक्खों  में रोष उत्पन्न कर दिया |  उनमें एक नवीन चेतना का संचार हुआ ,  जिसने उन्हें संगठित  शस्त्रधारी  बना दिया |  सिखों के छठे गुरु हरगोविंद मेराज की जन्म और सैनिक वेशभूषा धारण की | 1764 में सिख अमृतसर में एकत्र हुए और देग  , तेग  ,  फतेह  चिन्हों वाले चांदी के सिक्के जारी किए  | ये पंजाब में सिक्ख  संप्रभुता के प्रथम घोषणा की | उन्होंने अपने आपको 12 मिसलो ( लोकतांत्रिक आधार पर गठित सैनिक भातृत्व ) में संगठित कर पंजाब पर सत्ता स्थापित की |  इन्ही  मिसलो को एकत्रित करके  18 वीं शताब्दी के अंत में रणजीत सिंह ने शक्तिशाली सिक्ख  राज्य की स्थापना की |   मराठा  शक्ति का उत्कर्ष : एक राजनैतिक शक्ति के रूप में मराठों का उदय 17वीं शताब्दी में हुआ |  इस समय महाराष्ट्र का अधिकांश भाग अहमदनगर के निजामशाही और बीजापुर के आदिलशाही के आधिपत्य में था |  मराठी दक्षिण भारत के राज्यों में किलेदार ,  हिशेबनीस ( लेखाधिकारी ) ,  कारकून  आदि अनेक छोटे छोटे पद पर कार्य करते थे |   कौन करके प्रदेश में सिद्धि व  पुर्तगालियों की समुद्री शक्ति बढ़ गई थी |  इन सभी संस्थाओं में निरंतर चलने वाले संघर्षों के कारण महाराष्ट्र में जनजीवन असुरक्षित तथा  अस्थिर था | मराठा शक्ति  को चरमोत्कर्ष पर पहुंचाने वाले महान सेनानायक शिवाजी थे | शिवाजी बीजापुर शासक शाहजी भोंसले के पुत्र थे |  उन्होंने शिवाजी को स्वतंत्रता और सूबेदार की शिक्षा दी |  धर्म की रक्षा के लिए स्वराज्य स्थापना के कार्य को उन्होंने निरंतर प्रोत्साहन दिया |  युवावस्था में ही स्वराज्य की स्थापना के उद्देश्य को लेकर शिवाजी ने आदिलशाह के अधिकार में जो  किले थे ,  उन्हें जीतने का कार्य आरंभ किया |  इसी प्रकार उन्होंने कई राज्य और जनपद को जीता |  शिवाजी एक कुशल सेनानायक और उत्तम  शासक भी थे |  इस विवरण से स्पष्ट है कि सिक्ख  अलग राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरे | उनका मुगलों के साथ संबंध राजनीतिक प्रतिद्वंदी का रहा |  धार्मिक पहचान एक सहायक तत्व रही |  एक धार्मिक समूह के रूप में वे हिंदू जनता से भी अलग रहे |  उनकी मान्यता है आज भी अलग जीवन दर्शन पर आधारित है |  हकीकत राय का उदाहरण भी यह बताने के लिए पर्याप्त नहीं है कि सिक्ख  और हिंदू एक थे |

Recent Doubts

Close [x]