बौद्ध धर्म के संदर्भ में निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (ए) आठ गुना पथ क्या है?
बौद्ध धर्म के सिद्धांतों के अनुसार, अष्टांगिक मार्ग पर चलकर ही निर्वाण या मोक्ष प्राप्त किया जा सकता है। अष्टांगिक मार्ग ही दुख को दूर करने का एकमात्र उपाय है। इसे अष्टांगिका चिह्न या मध्य पथ के नाम से भी जाना जाता है। वे आठ मार्ग हैं सम्यक कर्म (चोरी, विलासिता और हिंसा से दूर रहना), सम्यक विचार (नकली कर्मकांडों और अनुचित प्रथाओं से दूर रहना), सम्यक विश्वास (इच्छा का त्याग), सम्यक जीवन (दूसरों और स्वयं के प्रति ईमानदार होना), सही वाणी (सच बोलना और दूसरों के लिए बुरा नहीं सोचना), सही प्रयास (दूसरों के कल्याण के लिए काम करना), सही स्मरण (पवित्र चीजों के बारे में सोचना), सही ध्यान (केवल सही चीजों पर ध्यान देना)। अंतिम उत्तर अष्टांगिक मार्ग को अष्टांगिक मार्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह विलासितापूर्ण जीवन और कठिन तपस्या के बीच का मार्ग था। इसमें आठ पथ और भाग शामिल हैं। बौद्ध धर्म के अनुसार निर्वाण या मोक्ष प्राप्त करने का यही एकमात्र तरीका था।