जैन धर्म के संदर्भ में निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (c) कर्म और मोक्ष पर जैनियों के दृष्टिकोण का उल्लेख कीजिए।
जैन धर्म का मानना था कि मनुष्य अपने कार्यों के लिए स्वयं जिम्मेदार है। यह धर्म कर्म के हिंदू सिद्धांत में विश्वास करता था जिसमें कहा गया था कि अच्छे कर्मों से जीवन में और बाद में अच्छी चीजें होती हैं। हिंदू धर्म का मोक्ष सिद्धांत भी हिंदू धर्म द्वारा माना जाता था जो मोक्ष को जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति के रूप में मानता था। इसके अनुसार, मोक्ष प्राप्त करने के लिए त्रि-रत्न, अहिंसा और आत्म-निषेध का अभ्यास करने की आवश्यकता है।