जैन धर्म के संदर्भ में निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (b) एक जैन गृहस्थ को कौन-कौन से पाँच व्रत करने होते हैं, उनका उल्लेख कीजिए।
जैन गृहस्थ को जिन पाँच प्रतिज्ञाओं को लेना था, उनमें अहिंसा (अहिंसा), अस्तेय या आचार्य (चोरी न करना), सत्य (सच बोलना), अपरिग्रह (कोई संपत्ति नहीं रखना), ब्रह्मचर्य (शुद्धता का अभ्यास करना) शामिल हैं। ये व्रत वे सिद्धांत थे जिन्हें हर जैन को मानना चाहिए था। अंतिम उत्तर प्रत्येक जैन को पांच व्रत लेने चाहिए थे। ये वे सिद्धांत थे जो जैन धर्म के आधार के रूप में कार्य करते थे और लोगों को धर्म से चिपके रहते थे।