gt road kisane banwai
यह मार्ग उस समय 'सड़क-ए-आज़म' कहलाता था। बंगाल से पेशावर तक की यह सड़क 500 कोस या 2500 किलोमीटर लम्बी थी। शेरशाह ने 1542 ई. में इसका निर्माण कराया था।अंग्रेज हुकूमत के दौरान शेरशाह सूरी मार्ग 'ग्रैैंड ट्रंक रोड' या 'जीटी रोड' कहलाने लगा। देश का सबसे महत्वपूर्ण मार्ग होने के कारण यह 'राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर एक' बनाया गया।
shershah suri
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sershah suri
ye bharat ki sabse purani road hai jo ki afghan bharat Pakistan aur Bangladesh se hokar jati hai or sher shah suri ne isko modernize kar ke iska construction start karwaya tha
shershah suri
सबसे पहले इसका जिक्र मौर्य साम्राज्य में भी मिलता है उसके बाद शेरशाह सूरी ने उत्तरा पथ के नाम से इसे अफगानिस्तान से बांग्ला देश तक बनवाया बाद में इसे विलियम ऑकलैंड ने इसे ग्रैंड ट्रक रोड नाम दिया