CUET 2022 - क्या कोचिंग की जरुरत है? इस साल यह परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए क्या महत्वपूर्ण बिंदु हैं? इस परीक्षा से कौन होगा सबसे ज्यादा प्रभावित?

Safalta Experts Published by: Nikesh Kumar Updated Wed, 30 Mar 2022 06:40 PM IST

CUET परीक्षा देश की पहली कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट है, यूजीसी के मान्यतानुसार सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) का स्कोर इस साल से अंडर ग्रेजुएट्स के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी में प्रवेश का एकमात्र आधार होगा. यह टेस्ट 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए शैक्षणिक सत्र 2022-23 से अनिवार्य हो जायेगा. इस वर्ष सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन टेस्ट जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित करवाई जाएगी. इस टेस्ट के लिए आवेदन विंडो 2 अप्रैल से शुरू होगी और यह एप्लीकेशन विंडो 30 अप्रैल 2022 तक खुली रहेगी. स्नातक स्तर पर ली जाने वाली इस कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सामान्य प्रवेश परीक्षा) का उद्देश्य छात्रों द्वारा रटकर सीखने के बजाय उनकी आलोचनात्मक सोच, तर्क तथा वैचारिक क्षमता को विकसित करना है. यदि आप इस वर्ष होने वाले CUET परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं और इस परीक्षा के लिए बेहतर ढंग से तैयारी करना चाहते हैं तो आप हमारे CUET Online Coaching: Join Now कोर्सेज को ज्वाइन कर सकते हैं और विशेष मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत समर्थित यह सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) कोई नई अवधारणा नहीं है. बल्कि इसके पहले भी यह 2010 में 1,500 सीटों के लिए स्नातक, स्नातकोत्तर और इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रमों में 7 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित किया गया था. शैक्षणिक वर्ष 2021-22 तक, 12 केंद्रीय विश्वविद्यालय जैसे हरियाणा विश्वविद्यालय, कर्नाटक विश्वविद्यालय, असम विश्वविद्यालय, केरल विश्वविद्यालय आदि में CUET के माध्यम से प्रवेश लिया जाता रहा है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी, NTA) CUET के लिए परीक्षा आयोजित करने वाला प्राधिकरण है. -Check CUCET Eligibility Criteria

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सीयूईटी (CUET टेस्ट) से यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम 50% अंकों के साथ राज्य तकनीकी शिक्षा बोर्ड द्वारा अनुमोदित 10 + 2 या 10 + 3 डिप्लोमा उत्तीर्ण होना चाहिए. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 12वीं कक्षा 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. 
 
CUET MOCK TEST MATH
CUET MOCK TEST PHYSICS
CUET MOCK TEST CHEMISTRY
CUET MOCK TEST BIOLOGY
 

यूजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए सीयूईटी के पात्रता मानदंड नीचे दिए गए हैं:

 
पाठ्यक्रम पात्रता मानदण्ड
इंटीग्रेटेड बी.ए.एलएल.बी/बी.बी.ए/बी.सी.ए/बी.ए/ इंटीग्रेटेड बी.ए.बी.एड/इंटीग्रेटेड बी.ए.एलएल.बी (ऑनर्स) उम्मीदवारों द्वारा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से किसी भी स्ट्रीम में 10 + 2 या समकक्ष उत्तीर्ण किया गया हो. सामान्य / ओबीसी के लिए 50% से कम अंक नहीं होने चाहिए और एससी / एसटी / पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए 45% अंक होने चाहिए.
इंटीग्रेटेड बीएससी बीएड (गणित)
  • उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से विज्ञान स्ट्रीम में 10 + 2 या समकक्ष होना चाहिए, सामान्य श्रेणी वालों के न्यूनतम 60% अंक होने चाहिए, ओबीसी-एनसीएल श्रेणी के लिए न्यूनतम 55% अंक और एससी / एसटी / पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम 50% अंक होने चाहिए.
  • साथ ही आवेदक की आयु चालू वर्ष की 1 जुलाई को 20 वर्ष पूरी नहीं होनी चाहिए.
  • उम्मीदवारों के लिए 10+2 गणित/सांख्यिकी, भौतिकी और रसायन विज्ञान विषयों के साथ उतीर्ण करना अनिवार्य है.
इंटीग्रेटेड बीएससी बी.एड उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय से साइंस स्ट्रीम में 10+2 या समकक्ष उतीर्ण हो. सामान्य/ओबीसी के लिए न्यूनतम 50% अंक और एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए 45% अंक होन अनिवार्य है.
इंटीग्रेटेड बी.एससी (ऑनर्स) एम.एससी/रसायन विज्ञान में इंटीग्रेटेड एम.एससी उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान के साथ विज्ञान स्ट्रीम में 10 + 2 या समकक्ष उत्तीर्ण किया हो. सामान्य / ओबीसी उम्मीदवारों के न्यूनतम 50% अंक होने चाहिए और एससी / एसटी / पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए 45% अंक होना अनिवार्य है.
एकीकृत बी.एससी. जैव प्रौद्योगिकी में एम.एससी/इंटीग्रेटेड एम.एससी
 
जीव विज्ञान / गणित / जैव प्रौद्योगिकी / जैव रसायन के साथ बोर्ड के ग्रेडिंग स्केल पर न्यूनतम 50% कुल अंक या समकक्ष. ओबीसी/एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए अंकों में 5% की छूट रहेगी.
जैव रसायन विज्ञान में एकीकृत एमएससी/जैव चिकित्सा विज्ञान में बी.वोक उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से जीव विज्ञान के साथ विज्ञान स्ट्रीम में 10 + 2 या समकक्ष उत्तीर्ण किया हो. सामान्य / ओबीसी उम्मीदवारों के न्यूनतम 50% अंक होने चाहिए और एससी / एसटी / पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के 45% अंक होना अनिवार्य है.
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक
  • उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान के साथ विज्ञान स्ट्रीम में 10 + 2 या समकक्ष उत्तीर्ण किया हो. सामान्य / ओबीसी उम्मीदवारों के न्यूनतम 45% अंक होना अनिवार्य है और एससी / एसटी / पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के 40% अंक होने चाहिए.
  • रसायन विज्ञान / जैव प्रौद्योगिकी / कंप्यूटर विज्ञान / जीव विज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ 10+2 में भौतिकी और गणित विषय अनिवार्य होना चाहिए
अर्थशास्त्र में इंटीग्रेटेड एमएससी उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से अंग्रेजी और गणित के साथ 10 + 2 या समकक्ष उत्तीर्ण किया हो. सामान्य / ओबीसी उम्मीदवारों के न्यूनतम 65% अंक होने चाहिए और एससी / एसटी उम्मीदवारों के 60% अंक होना अनिवार्य है.
बी.वोक
  • उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 45% अंकों के साथ (एग्रीगेट) 10+2 पास होना चाहिए
  • NSQF प्रमाणन स्तर वाले छात्र भी आवेदन कर सकते है
  • पॉलिटेक्निक से समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र भी आवेदन कर सकते हैं.
बीएससी टेक्सटाइल्स उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के साथ 10 + 2 या समकक्ष उत्तीर्ण किया हो. सामान्य / ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों के न्यूनतम 60% अंक होने चाहिए और एससी / एसटी उम्मीदवारों के 55% अंक होना अनिवार्य है.
सामाजिक विज्ञान में बीए
 
उम्मीदवार ने न्यूनतम 55% अंकों के साथ (एग्रीगेट) किसी भी विषय में 10+2 किया हो. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पीएच वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 5% की छूट का प्रावधान रहेगा.
भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित में बी.एससी / इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में बी.टेक
 
उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड / विश्वविद्यालय से भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित के साथ 10 + 2 या समकक्ष किया हो, जिसमें सामान्य / ओबीसी के लिए न्यूनतम 50% अंक और एससी / एसटी उम्मीदवारों के लिए 45% अंक हों।
 
टेस्ट का कटऑफ दो चरणों में लागू किया जा सकता है -
1. इंडिविजुअल टेस्ट के आधार पर.
2. टोटल स्कोर के आधार पर.

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इस साल CUET टेस्ट में बच्चों के लिए महत्वपूर्ण बिंदु क्या होंगे -

  • इस परीक्षा को दो से तीन सेगमेंट (खंडों) में विभाजित किया गया है- पहले भाग में भाषा पर ध्यान केंद्रित करना और दूसरे में, उस विषय पर विचार-सीमा पर ध्यान दिया जा सकता है जिसके लिए छात्र प्रवेश चाह रहे हैं. इसके अलावा अंतिम खंड जनरल अबिलिटी (सामान्य क्षमता) पर आधारित होगा.
  • लैंग्वेज सेक्शन (भाषा अनुभाग) को आगे दो खंडों में विभाजित किया गया है - 1A- इसमें 13 भाषा का पेपर है और खंड 1B- में 19 भाषा का पेपर होगा. यदि कोई छात्र किसी विशिष्ट भाषा में स्नातक करने का लक्ष्य रखता है, तो उसे भाषा के पेपर फॉर्म 1बी का चयन करना होगा. एक छात्र सेक्शन 1ए और 1बी से एक साथ अधिकतम तीन भाषाओं का चयन कर सकता है.
  • जनरल टेस्ट में जनरल नॉलेज, करंट अफेयर्स, जनरल मेन्टल एबिलिटी, क्वांटिटेटिव रीजनिंग, लॉजिकल और एनालिटिकल रीजनिंग जैसे टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जाएँगे.
  • इसी के साथ, प्रत्येक अनुभाग से विकल्प चुनना भी अनिवार्य नहीं है.

कोचिंग की आवश्यकता क्यों है?

देश की टॉप सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने का लाखों अभ्यार्थी सपना देखते हैं लेकिन यह सपना केवल कुछ ही छात्रों का पूरा हो पाता है। अगर छात्र CUET परीक्षा की कोचिंग लेकर अपनी तैयारी करेंगे तो उनके रैंकिंग में सुधार हो सकता है और टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन भी मिल सकता है। CUET परीक्षा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी पार्टिसिपेट कर रही है, जिसके कारण परीक्षा में कंपटीशन लेवल अधिक होगा अगर छात्रों को सही शिक्षक द्वारा सही मार्गदर्शन मिलता है तो वह परीक्षा में जरुर सफल होंगे

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इस परीक्षा से सबसे अधिक प्रभावित कौन होगा और क्यों

  • सभी विश्वविद्यालयों के लिए सीयूईटी टेस्ट (सामान्य प्रवेश परीक्षा) का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लगातार बढ़ते कट-ऑफ (जैसे डीयू) के दवाब से बच्चों को आराम मिलेगा. जिससे रटने की प्रवृति से हट कर छात्रों की महत्वपूर्ण सोच और वैचारिक क्षमता का विकास होगा.
  • यह अलग-अलग बोर्डों के छात्रों पर एक ही पायदान पर विचार करेगा. अन्यथा चूंकि 12 वीं के अंक देने में विभिन्न बोर्डों में एकरूपता का पालन नहीं किया जाता है, इसलिए हमेशा 12 वीं के अंकों के आधार पर एक तरह का भेदभाव होता है और इसकी वजह से सभी प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रवेश पाने वाले छात्रों को समान अवसर नहीं मिल पाता है.
  • सीयूसीईटी विभिन्न कठिनाई स्तरों वाले विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए प्रवेश परीक्षाओं को समाप्त करके प्रवेश को अधिक सुव्यवस्थित और छात्र-अनुकूल बनाने के लिए सिंगल विंडो प्लेटफार्म प्रदान करेगा. इससे कई कई प्रवेश परीक्षाओं के शुल्क का भुगतान और उम्मीदवारों के समय, प्रयास और धन की भी बचत होगी.
  • सभी विश्वविद्यालयों के लिए साझा प्रवेश एक स्वागत योग्य कदम प्रतीत होता है.
  • यह छात्रों में केवल पारंपरिक शैक्षणिक प्रतिमान के मुताबिक सिलेबस को समेटने के बजाय वैचारिक समझ, महत्वपूर्ण सोच, व्यापक कौशल और निर्णय लेने की क्षमता को निखारता है.
  • यह सुधारात्मक प्रक्रिया प्रवेश की प्रक्रिया को "पर्याप्त वस्तुनिष्ठता" प्रदान करके और राष्ट्रीय स्तर पर एकल परीक्षा में बैठने के लिए आवेदकों को "समान अवसर" प्रदान करके छात्रों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों और संपूर्ण शिक्षा प्रणाली पर बोझ को कम करेगी.

सीयूईटी टेस्ट (सामान्य प्रवेश परीक्षा) का बच्चों को क्या फायदा होगा ?

सीयूईटी टेस्ट (सामान्य प्रवेश परीक्षा) का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लगातार बढ़ते कट-ऑफ (जैसे डीयू) के दवाब से बच्चों को आराम मिलेगा. जिससे रटने की प्रवृति से हट कर छात्रों की महत्वपूर्ण तार्किक क्षमता और  वैचारिक क्षमता का विकास होगा.

जनरल टेस्ट में किस किस टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जाएँगे ?

जनरल टेस्ट में जनरल नॉलेज, करंट अफेयर्स, जनरल मेन्टल एबिलिटी, क्वांटिटेटिव रीजनिंग, लॉजिकल और एनालिटिकल रीजनिंग जैसे टॉपिक्स से प्रश्न पूछे जाएँगे.

क्या प्रवेश परीक्षाओं की कड़ी में सीयूईटी (CUET टेस्ट) एक नई अवधारणा है ?

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत समर्थित यह सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) कोई नई अवधारणा नहीं है. बल्कि इसके पहले भी यह 2010 में 1,500 सीटों के लिए स्नातक, स्नातकोत्तर और इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रमों में 7 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित किया गया था.

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