Oldest Ancient Civilizations of the World : विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताएं कौन-कौन सी थीं, जानें यहाँ

Safalta Experts Published by: Kanchan Pathak Updated Sat, 02 Jul 2022 11:18 AM IST

Highlights

आइए आज हम बात करते हैं दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं की. साक्ष्य के अनुसार दुनिया की सबसे पुरानी मानव सभ्यता 6500 साल पहले खूब फली फूली. 539 ईसा पूर्व की यह सभ्यता पश्चिमी एशिया में फारस की खाड़ी के उत्तर दिशा में स्थित वर्तमान इराक और सीरिया के बीच मौजूद हुआ करती थी. 

प्रकृति का नियम है परिवर्तन. इसी नियम का अनुगमन करते हुए धरती पर अनेक मानव सभ्यताएँ विकसित हुई और समय के साथ साथ विलुप्त भी हो गईं. धरती पर मानव सभ्यता का इतिहास हजारों-लाखों वर्ष पुराना है. वर्तमान मानव जाति यानि हमलोग, प्राचीन मानव की चार प्रमुख प्रजातियों में से अंतिम ‘’होमो सेपियन्स’’ के वंशज हैं. होमो सेपियन्स मानव की लगभग 2 लाख साल पुरानी प्रजाति है. अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं  FREE GK EBook- Download Now. / GK Capsule Free pdf - Download here

Source: Safalta



मानव का वर्गीकरण –
  1. ड्रायोपिथेकस
  2. रामापिथेकस
  3. ऑस्ट्रेलोपिथेकस
  4. होमो इरेक्टस
  5. होमो सेपियन्स निएंडरथेलेंसिस
  6. होमो सेपियन्स सेपियन्स
मेसोपोटामिया की सभ्यता

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आइए आज हम बात करते हैं दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं की. साक्ष्य के अनुसार दुनिया की सबसे पुरानी मानव सभ्यता 6500 साल पहले खूब फली फूली. 539 ईसा पूर्व की यह सभ्यता पश्चिमी एशिया में फारस की खाड़ी के उत्तर दिशा में स्थित वर्तमान इराक और सीरिया के बीच मौजूद हुआ करती थी. जिसे हम ‘’मेसोपोटामिया की सभ्यता’’ के नाम से जानते हैं. मेसोपोटामिया का मतलब दो नदियों के बीच की भूमि का स्थान. ऐसा नहीं है कि मानव सभ्यता, मेसोपोटामिया की सभ्यता से हीं शुरू हुई पर हाँ यह सभ्यता एक विकसित सभ्यता थी. बाकि मानव की आदम सभ्यता का तो अनुमान तक भी लगाना मुश्किल है.
 
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दज़ला और फरात नदी के किनारे पनपी सभ्यता
बेबिलोनिया, सुमेरिया और असीरिया से मिलकर बनी मेसोपोटामिया की सभ्यता को सुमेरियन सभ्यता भी कहा जाता है. जैसा कि हम जानते हैं कि कोई भी सभ्यता किसी न किसी नदी के किनारे हीं विकसित हो पाती है सो इराक यानि प्राचीन मेसोपोटामिया की यह सभ्यता भी दज़ला और फरात नाम की दो नदियों के बीच विकसित हुई थी.

गणित, विज्ञान और भूगोल के जानकार
मेसोपोटामिया की सभ्यता का पता 1840 ईस्वी में हीं लग चुका था. इस सभ्यता के मानव का जीवन और रहन सहन अभूतपूर्व रूप से व्यवस्थित तथा विज्ञान सम्मत था. मेसोपोटामिया में दशकों तक चली खुदाई से यह बात साफ़ हो गयी कि इस सभ्यता के मनुष्य गणित, विज्ञान और भूगोल के अच्छे जानकार थे.

सूर्यग्रहण तथा चंद्रग्रहण की थी जानकारी
ये लिखना पढना जानते थे. इन्हें साल के 12 महीने, दिन के 24 घंटे और समय के 60 सेकेण्ड की जानकारी के अलावा सूर्यग्रहण तथा चंद्रग्रहण के बारे में भी पूरी जानकारी थी. खुदाई से मिले अनगिनत अभिलेखों को पढ़ कर यहाँ की सभ्यता के विकास का पता चला. ईसाईयों के प्रसिद्द धर्मग्रंथ बाइबिल में भी इस सभ्यता का उल्लेख किया गया है.

खेती और पशुपालन
मेसोपोटामियन सभ्यता के लोग गेंहू, मटर, ख़जूर आदि की खेती, पशुपालन और नदी के रास्ते दूसरे देशों में व्यापार भी करते थे. समान ढोने के लिए नाव तथा गधे का प्रयोग किया जाता था. ये लोग कपड़ा बुनना, तेल निकालना तथा शराब आदि बनाना जानते थे.

मछली आहार का मुख्य अंग
इनके आहार में मछलियाँ मुख्य रूप से शामिल थी. खुदाई में शहर, व्यापारिक केंद्र और मन्दिर के अवशेष भी मिले हैं. मन्दिर के मुख्य देवता इंद्र थे. मन्दिर में देवताओं को दूध दही तथा मछली का प्रसाद चढ़ाया जाता था.

पत्थर की मोहरें
शहर की रक्षा के लिए शहर के चारों ओर सुदृढ़ दीवारें हुआ करती थीं. मोहरों का भी चलन था. मोहरें पत्थरों की हुआ करती थी. राजा और रानी की कब्र के पास हीरे जवाहरात तथा सोने चाँदी आदि दफनाए जाते थे.
 
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सभ्यता के पतन का कारण
मेसोपोटामियन सभ्यता के पतन के अनेक कारण थे. जैसे -
  • युद्ध - बार बार के आक्रमण से लोग परेशान होकर शहर छोड़ कर दूसरी जगहों को चले गए.
  • सिंचाई प्रणाली में त्रुटि - नदियों में बाढ़ से फसल डूबना और नदी की धाराओं के रास्ता बदल लेने से फसलों का सूखना जिससे उत्पन्न खाने की समस्या से लोग पलायन करने लगे.
  • धूल भरी आँधी का आना -उपरोक्त कारणों के अलावा अचानक से मौसम का शुष्क होना और बार बार धूल भरी आँधी के आने से भी लोग दूसरे स्थानों की ओर पलायन करने को मजबूर हुए. कालान्तर में इन्हीं रेतों की वजह से शहर के शहर इसके भीतर दबते चले गए. बाद में इन्हीं टीलों की खुदाई से सभ्यता के साक्ष्य सामने आए.
और आइए अब जानते हैं कुछ ऐसी सभ्यताओं के नाम जो मेसोपोटामियन सभ्यता से भी अधिक पुरानी है -
  • सैन पीपल -140,000 -100,000 साल पहले वर्तमान दक्षिण अफ्रीका, बोत्स्वाना, नामीबिया, जाम्बिया, जिम्बाब्वे, अंगोला आदि स्थानों में ये प्राचीन मानव निवास किया करते थे.
  • दुनिया की यह सबसे प्राचीन संस्कृति खेती और शिकार किया करती थी. ऐतिहासिक साक्ष्य के रूप में इस मानव के 70,000 साल पुराने एक भाले को एक गुफा में खोजा गया. इसके वंशज आज भी मौजूद हैं.
  • आस्ट्रेलियाई आदिवासी - साक्ष्य के आधार पर ये मानव समूह 40,000 साल पहले आस्ट्रेलिया में रहा करते थे.
  • कैटलहोयुक - वर्तमान तुर्की में इनकी बस्ती मिली थी. ये साफ़ सुथरा रहने वाले लोग थे. इनके घर, चित्र और मूर्तियों को देख कर इनके सुव्यवस्थित और कलात्मक होने का पता चलता है.
  • ऐन ग़ज़ल - यह मानव समूह 7000 वर्ष पहले जॉर्डन और अम्मान में निवास किया करता था. ये लोग कलात्मक मानव थे और मूर्तियाँ बनाया करते थे. शिकार और खेती के अलावा ये पशुपालन भी करते थे.
  • जियाहू - 5500 साल पुरानी यह प्राचीन मानव संस्कृति चीन में रहा करती थी. ये पढ़े लिखे और संगीत की जानकारी रखने वाले लोग थे. ये लोग चावल खाते थे और धान की खेती करते थे.

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