इंदौर की अंकिता ने किया कमाल, सब्जी के ठेले से सिविल जज तक का मेहनती सफ़र

Safalta Experts Published by: Nikesh Kumar Updated Sat, 07 May 2022 11:39 AM IST

जरुरी नहीं कि सफलता एक बार में हीं हासिल हो जाए. फर्क बस इतना है कि कुछ लोग असफल होने के बाद निराश होकर बैठ जाते हैं और कुछ लोग असफलता के सर पर कील ठोंक कर सफलता हासिल कर लेते हैं, जैसा कि इंदौर की अंकिता नागर ने किया. आज हर तरफ, हर जुबां पर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की बेटी अंकिता नागर के चर्चे हैं. जिस तरह से अंकिता नागर ने तमाम चुनौतियों को स्वीकार कर सफलता का शीर्ष मुकाम हासिल किया वो काबिले तारीफ है. अपनी मेहनत से अंकिता ने प्रतिष्ठित सिविस जज की परीक्षा में कामयाबी हासिल की है. हालाँकि इस ऊँचाई तक पहुँचने में अंकिता तीन बार असफल भी हुई परन्तु उसका उत्साह कभी कम नहीं हुआ और आखिरकार अपनी मेहनत के दम पर उसने अपनी मनपसन्द मंजिल हासिल कर ली. अंकिता नागर ने एससी कोटे से पांचवीं रैंक हासिल किया है. अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं  FREE GK EBook- Download Now.

Source: Safalta

May Month Current Affairs Magazine DOWNLOAD NOW  

Free Demo Classes

Register here for Free Demo Classes



सब्जी बेचने वाले पिता की मेहनती बेटी -

सब्जी बेचने वाले पिता की मेहनती बेटी आज सिविल जज बन गई है और देखते हीं देखते उसने सारे समाज के सामने एक उच्च आदर्श स्थापित कर दिया है. अंकिता के पिता का कहना है कि उनकी बेटी जीवन में कड़े से कड़े संघर्ष के बावजूद भी कभी हिम्मत नहीं हारी. पिता को अपनी बेटी की कामयाबी पर गर्व है.

डॉक्टर बनने की ख्वाहिश थी कभी -

अंकिता नागर पहले डॉक्टर बनना चाहती थीं. लेकिन एमबीबीएस की पांच वर्षों की खर्चीली पढ़ाई जब सामान्य आर्थिक स्थिति वालों के लिए भी पहुँच से बाहर की चीज हो जाती है तब ऐसे में सब्जी बेच कर गुज़र बसर करने वाला परिवार इस मंहगी पढ़ाई को कैसे अफोर्ड कर पाता. सिविल जज बनना अंकिता की दूसरी चॉइस थी. अंकिता की अधिकांश पढ़ाई सरकारी स्कॉलरशिप से हुई है. बावजूद इसके आर्थिक चुनौतियाँ कम नहीं होती थी. यहाँ तक कि कई बार किसी एग्जाम के लिए उनके पास फॉर्म भरने के भी पैसे नहीं होते थे. लेकिन दिल में कुछ कर दिखाने का ज़ज़्बा हो तो सारी चुनौतियाँ छोटी पड़ जातीं हैं. अंकिता ने यूट्यूब से मदद ली. यूट्यूब से भी अंकिता को अपनी तैयारी करने में बहुत मदद मिली.
 
UP Free Scooty Yojana 2022 PM Kisan Samman Nidhi Yojana
E-Shram Card PM Awas Yojana 2022

सब्जी बेचने में बँटाती थी माता पिता का हाथ -

अंकिता को पढ़ाई लिखाई से जब भी समय मिलता था वो अपने पिता के साथ सब्जी बेचने का काम भी देखती थी. अंकिता के माता पिता लक्ष्मी नागर और अशोक नागर इंदौर के मूसाखेड़ी रोड पर काफी समय से सब्जी का ठेला लगाते हैं. यही नहीं दोनों दोनों पति-पत्नी लंबे अर्से से इंदौर की गलियों में भी घूम कर सब्जी बेचने का काम करते हैं. इस काम में उनके तीनों बच्चे भी साथ देते थे. अंकिता से बड़ा एक भाई और एक छोटी बहन भी है.

मंजिल की चाहत में शादी को दरकिनार रखा -

अंकिता से बड़ा भाई और एक छोटी बहन है जिनकी शादी हो चुकी है. पर अंकिता ने अपने ख्वाबों को पूरा करने की लगन में शादी को दरकिनार किए रखा. वह अपने सपनों की मंजिल के रास्ते में कोई भी रुकावट नहीं आने देना चाहती थी.

पिता का गर्व बनी बेटी -

अंकिता की सफलता पर उसके पिता ख़ुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. पिता ने कड़ी से कड़ी मेहनत करके हर कदम पर ना सिर्फ बेटी का साथ दिया परन्तु तीन तीन बार असफलता के बाद भी पिता का विश्वास बेटी पर हमेशा कायम रहा. आखिरकार मेहनत की जीत हुई और पिता का विशवास जीत गया. पिता अशोक नागर कहते हैं कि मेरी बेटी उन लोगों के लिए एक मिसाल है जो लोग संघर्ष को देखकर पीछे हट जाते हैं. अंकिता नागर आपको हम सब की तरफ से इस मनोवांछित सफलता के लिए बहुत बहुत मुबारकबाद !

Related Article

How Many Sector push may create Lakhs jobs in five years

Read More

रायबरेली में सफलता का डिजिटल मार्केटिंग कोर्स मचा रहा धूम, सैकड़ों युवाओं को मिली नौकरी

Read More

Online Marketing : The Who, What, Why and How of Digital Marketing

Read More

Difference between Data Analytics and Data Analysis

Read More

Introduction to Safalta: A Leading Digital Marketing Training Institute

Read More

Measuring The Impact: How To Track Your Brand Awareness Success

Read More

Future-Programming Hybrid Skills: The Requirement for Marketing Professionals to Upskill and Cross-Skill

Read More

CRM Integration Made Easy: Tips for Seamless Implementation

Read More

5 of the most valued marketing skills

Read More