AFCAT की परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों को भारतीय वायुसेना में अफसर के पदों पर काम करने का मौका मिलेगा। अभ्यर्थियों के मन मे अक्सर ये सवाल आता है कि नियुक्ति के बाद उन्हें क्या सैलरी मिलेगी तथा उनकी जॉब प्रोफाइल क्या होगी।

Source: Amar Ujala
आप सफलता के इस लेख के माध्यम से AFCAT की परीक्षा पास करने के बाद मिलने वाली सैलरी तथा जॉब प्रोफाइल के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।AFCAT ट्रेनिंग स्टाइपेंट :
वे अभ्यर्थी जो AFCAT की परीक्षा में उतीर्ण होते हैं, उन्हें निश्चित अवधि के लिए वायु सेना अकादमी में विशिष्ट प्रशिक्षण से गुजरना होता है। पूरी प्रशिक्षण अवधि के दौरान कैडेट्स को 56,100 रुपये प्रतिमाह (पे लेवल 10 के प्रारंभिक वेतन के अनुसार) स्टाइपेंड के रूप में मिलता है। प्रशिक्षण की अवधि फ्लाइंग और टेक्निकल ब्रांच के लिए 74 हफ्ते तथा नॉन-टेक्निकल ब्रांच के लिए 52 हफ्ते की होती है।अपनी मज़बूत तैयारी के लिए हमारे फ्री ई-बुक्स को डाउनलोड करें
AFCAT सैलरी स्ट्रक्चर :
ट्रेनिंग ले बाद कमीशन मिलने पर कैडेट्स को निम्नलिखित हिसाब से सैलरी मिलती है। कैडेट्स को मिलने वाली सैलरी उनके ब्रांच पर निर्भर करती है। 7वें वेतन आयोग के अनुसार प्रत्येक ब्रांच के लिए वार्षिक पैकेज इस प्रकार है :●फ्लाइंग ब्रांच - 8 से 10 लाख रुपए
●ग्राउंड ड्यूटी (टेक) - 7 से 9 लाख रुपए
●ग्राउंड ड्यूटी (नॉन-टेक) - 7 से 9 लाख रुपए
कमीशन मिलने पर कैडेट्स की मासिक सैलरी उनके ब्रांच के हिसाब से इस प्रकार होगी :
●फ्लाइंग ब्रांच – 85,372/- रुपए
●ग्राउंड ड्यूटी (टेक) – 74,872/- लाख रुपए
●ग्राउंड ड्यूटी (नॉन-टेक) – 71,872/- लाख रुपए
AFCAT के बाद मिलने वाले भत्ते तथा अन्य लाभ -
AFCAT की परीक्षा पास करके वायुसेना में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को कई तरह के भत्ते तथा अन्य लाभ भी मिलते हैं। वे इस प्रकार हैं -●बीमा -
एयर फोर्स कर्मी के लिए 75 लाख तथा एयरफ़ोर्स कर्मी (पायलट) के लिए 80 लाख
●लोन -
कंप्यूटर लोन
वाहन लोन
गृह लोन
●प्लेसमेंट सेल -
सेवानिवृति के बाद रिटायर्ड अफसरों को सिविल जॉब दिलाने के लिए।
●मेडिकल -
एयरफोर्स कर्मियों को तथा उनके परिवारों को
●छात्रवृत्ति और कल्याण -
वायु सेना पत्नी कल्याण संघ (AFWWA) से अनुदान
●सेवानिवृत्ति के बाद के लाभ -
मेडिकल
पेंशन
इन्सुरेंस
●शैक्षणिक लाभ -
M.Tech फ्रॉम IIT & BHU-IT (टेक्निकल ब्रांच के अफसरों के लिए)
स्टडी लीव (24 महीनों के लिए)
IGNOU के साथ टाई-अप
●अन्य लाभ -
प्रतिवर्ष 60 दिनों के लिए वार्षिक अवकाश और प्रतिवर्ष 20 दिनों की आकस्मिक छुट्टी
लीव ट्रेवल कन्सेशन
इंस्टिट्यूट और मेस सदस्यता
सुरक्षित कैम्प लाइफ
CSD सुविधाएं
मनोरंजन और खेल सुविधाएं
यात्रा रियायत
आवास
स्कूल सुविधाएं
अपने परीक्षा की तैयारी को परखें हमारे फ्री मॉक टेस्ट से
AFCAT जॉब प्रोफाइल -
AFCAT में सभी 3 शाखाओं के लिए जॉब प्रोफाइल अलग है। कैंडिडेट्स फ्लाइंग , ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल और नॉन टेक्निकल में से कोई भी पद अप्लाई करते समय चुन सकते हैं। तीनों पदों के लिए जॉब प्रोफाइल इस प्रकार है :●AFCAT फ्लाइंग ब्रांच जॉब प्रोफाइल :
लड़ाकू विमानों का संचालन और देखभाल
गोला बारूद और अन्य सामग्रीयों का परिवहन
एयर सपोर्ट एंड सप्लाइज
आकस्मिक और आपात स्थितियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा में कार्य
●AFCAT ग्राउंड ड्यूटी (टेक्निकल) जॉब प्रोफाइल -
वायुयानों के सभी तकनीकी टूल और उपकरणों का रखरखाव।
पहले से ही योग्य टेक्निशियन के प्रबंधन की जिम्मेदारी।
वैमानिकी इंजीनियरिंग
हथियार, संचार प्रणाली, एवियोनिक्स आदि में सक्षम होना चाहिए।
विमान सेवा का संचालन ( टेक्निकल प्रोसेस एंड मैनेजमेंट)
●AFCAT ग्राउंड ड्यूटी (नॉन-टेक्निकल) जॉब प्रोफाइल :
हवाई यातायात नियंत्रक और लड़ाकू विमान नियंत्रक की देख रेख करना।
विभाग के खाते और लॉजिस्टिक्स डिपार्टमेंट को।
मैनेज करना ।
शिक्षा से संबंधित चीजो का प्रबंध करना।
AFCAT प्रमोशन एंड कैरियर ग्रोथ -
भारतीय वायुसेना में प्रमोशन परफॉर्मेंस और सेवा की अवधि के हिसाब से मिलता है। वायुसेना के अंदर रैंक-स्ट्रक्चर इस प्रकार है -●जूनियर लेवल - फ्लाइंग ऑफिसर
- फ्लाइंग लेफ्टिनेंट
●एग्जीक्यूटिव लेवल - स्क्वाडरन लीडर
- विंग कमांडर
- ग्रुप कैप्टन
●डायरेक्टर लेवल - एयर कॉमरेड
- एयर वाइस मार्शल
- एयर मार्शल
- एयर चीफ मार्शल चीफ
AFCAT करियर ग्रोथ :
ट्रेनिंग पूरा करने के बाद कैडेट्स को फ्लाइंग अफसर के रूप में वायुसेना में कमीशन मिलता है।यदि किसी व्यक्ति ने फ्लाइंग ऑफिसर में 3 साल तक सेवा की है, तो उन्हें फ्लाइट लेफ्टिनेंट के रूप में प्रमोट किया जाएगा। प्रमोशन के लिए क्वालिफाई करने के लिए उन्हें एक विभागीय परीक्षा से गुजरना होगा।
यदि कोई कर्मचारी 6 साल की सेवा पूरी करता है, तो उसे स्क्वाड्रन लीडर के रूप में प्रमोट किया जाएगा।
अन्य रैंकों में प्रमोशन विभागों में वेकैंसी तथा ऑफीसर के प्रदर्शन के मुताबिक होती है।
तकनीकी अधिकारी जो इंजीनियर हैं, उन्हें पदोन्नति और वेतन के उद्देश्य से 2 वर्ष की वरिष्ठता दी जाएगी जोकि भारतीय वायुसेना के अफसरों के रैंक के मुताबिक होगी। सभी अधिकारियों के लिए 'C' परीक्षा में भाग लेना अनिवार्य है जिसमें सामान्य ज्ञान और विभागीय पदोन्नति के लिए संबंधित विषयों से प्रश्न आते हैं।