मॉक टेस्ट अपनी ताकत और कमजोरी को समझने में मदद करता है
जब आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे होते हैं तब आपके लिए यह जरूरी होता है कि आप अपनी तैयारी के स्तर का परीक्षण करें, ऐसे में मॉक टेस्ट आपकी मदद करता है जिससे आप अपना खुद परीक्षण कर सके। परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट का अभ्यास करने से आपको आपकी तैयारी में हो रही गलतियां को समझने में मदद मिलती है। कई बार मॉक टेस्ट देने के बाद, छात्र अपनी कमजोरियों पर काम करने और उन्हें दूर करने की योजना बनाने की स्थिति में हो जाता है। मॉक टेस्ट का अभ्यास करने से छात्र को रियल टाइम एग्जाम का अनुभव मिलता है, जिससे आपके मन में आत्मविश्वास पैदा होता है कि आप परीक्षा के समय अच्छा कर सकेंगे।सेल्फ असेसमेंट में आपकी मदद करता है
प्रत्येक बार मॉक टेस्ट का अभ्यास करने के बाद, छात्रों को अपनी गलतियों को समझने और उनका विश्लेषण करने के लिए समय लेना चाहिए। इसे समझने के लिए प्रत्येक खंड को ध्यान से पढ़ने की जरूरत होती है। इन परीक्षणों का प्रयास करने वाले एक छात्र को पहले प्रत्येक प्रश्न को अलग-अलग तरीकों से हल करने का प्रयास करना चाहिए और फिर समाधान तलाशना चाहिए। इस तरह की तैयारी के माध्यम से, छात्र उन अवधारणाओं और बुनियादी बातों की अपनी समझ में सुधार की उम्मीद कर सकते हैं जिन्हें अंतिम परीक्षा में लागू किया जा सकता है।
CTET EXAM MOCK TEST | NDA EXAM MOCK TEST |
RRB GROUP D MOCK TEST | UP CONSTABLE MOCK TEST |
टाइम मैनेजमेंट
प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षाएं एक निर्धारित समय की अवधि में आयोजित करवाई जाती है और इसी समय में छात्र को दिए गए सभी प्रश्नों के उत्तर भी देने होते हैं ऐसे में अभ्यर्थी को टाइम मैनेज करने की बहुत जरूरत होती है। यदि छात्र दिए गए समय में पूरी परीक्षा समाप्त नहीं कर पाता है तो उसका अगले चरण में पहुंचना मुश्किल हो सकता है ऐसे में मॉक टेस्ट आपकी टाइम मैनेजमेंट में बहुत मदद कर सकता है। मॉक टेस्ट छात्रों को प्रश्न पत्र की शैली और दायरे से परिचित कराते हैं।मॉक टेस्ट आत्मविश्वास विकसित करता है
मॉक टेस्ट एक उम्मीदवार में आत्मविश्वास के स्तर को बड़ा देता है जो उन्हें अपने अपने लक्ष्य को पूरा करने में बहुत मदद करता है और तत्काल परिणाम और फीडबैक छात्रों को उनके लक्ष्यों की ओर गति प्रदान करते हैं।