शाहजहाँ का इतिहास History of Shah Jahan

Safalta Experts Published by: Blog Safalta Updated Thu, 19 Aug 2021 01:36 PM IST

Source: kreately

शाहजहाँ (1627-1658 ई.)

  • शाहजहाँ (खुर्रम) का जन्म 5 फरवरी, 1592 ई. को लाहौर में हुआ था।
  • शाहजहाँ का विवाह आसफ खाँ की पुत्री अरजुमन्द बानु बेगम (मुमताज महल) के साथ हुआ। 
  • जहांगीर की मृत्यु के बाद शाहजहाँ को श्वसुर आसफ खाँ ने खुसरो के पुत्र दाबर बख्श को तत्कालिन तौर पर बादशाह बनाया दिया।
  • शाहरयार ने लाहौर में स्वयं को बादशाह घोषित कर दिया था।
  • आसफ खाँ ने आक्रमण कर शहरयार की आंखें निकलवा दी।
  • शाहजहाँ द्वारा आसफ खाँ को वज़ीर का पद तथा महावत खाँ को खानखाना की उपाधि दी गई।
  • 24 फरवरी, 1628ई. को शाहजहाँअबुल मुज्फ्फर शहाबुद्दीन मुहम्मद साहब किराए-ए-शानी शाहजहाँ के नाम से शासक बना।
  • शाहजहाँ ने सिजदा एंव पायबोस की प्रथा समाप्त कर दी और चहार तस्लीम प्रथा शुरू की।
  • शाहजहां ने इलाही सम्वत् के स्थान पर हिजरी सम्वत् चलाया।
  • शाहजहाँ ने अपने शासन के 11 वें वर्ष झरोखा दर्शन एंव 12 वें वर्षा तुलादान प्रथा को समाप्त करवा दिया।
  • शाहजहाँ ने 1638 ई. में अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली लाने के लिए यमुना नदी के दाहिने तट पर शाहजहाँ नवाद की नींव डाली।

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