रचनात्मकता जरुरी अतः रचनात्मक बनें
रचनात्मकता एक ऐसी चीज है जो हर इन्सान के भीतर कुदरती तौर पर मौजूद होती है. हाँ इस गुण की मात्रा मनुष्य के भीतर कम या ज्यादा हो सकती है पर इससे आपके सीखने की क्षमता पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ता. पर्याप्त मेहनत और लगन से आप अपनी कम रचनात्मकता के बावजूद भी एक सफल ग्राफिक डिजाइनर बन सकते हैं. हाँ पर अगर आपके अन्दर एक स्वाभाविक या प्राकृतिक रचनात्मकता मौजूद है तो इस लाइन में सफलता आपके कदम चूमने को तत्पर होगी.
साधारण चित्रात्मक प्रारूप और ग्राफिक डिजाइनिंग में फर्क
साधारण चित्रात्मक प्रारूप या रूप-रेखा और ग्रा सॉफ्टवेयर से फिक डिजाइनिंग में बस इतना हीं फर्क है कि साधारण चित्रकला में आप पेपर के ऊपर पेंसिल, पेन या कलर से चित्र, प्रारूप अथवा खाका बनाते हैं जबकि ग्राफिक डिजाइनिंग में पेपर के ऊपर ड्राइंग बनाने के बदले में सॉफ्टवेयर में मौजूद टूल्स की सहायता से डिजाइन बनाया जाता है. जब आप ग्राफिक डिजाइनिंग के कोर्स को सीखने के लिए जाते हैं तो आपको एडोब फोटोशॉप, एडोब इलस्ट्रेटर, एडोब इन डिजाइन और कोरल ड्रॉ की सहायता से डिजाइनिंग सिखाया जाता है. इन चारों सॉफ्टवेयर की सहायता से आप बुक कवर, मैगजीन कवर, होर्डिंग्स, अखबार, विजिटिंग कार्ड, मैरिज कार्ड, ब्रोशर, पैम्फलेट, फ्लेक्स, निमंत्रण कार्ड आदि बहुत सी चीजों के डिजाइन बना सकते हैं.
ग्राफिक डिजाइन में आपको जो कुछ मुख्य बातों का ख्याल रखना होगा वो हैं -
- किसी पेज पर मूल तत्वों या अवयवों को कैसे व्यवस्थित करें.
- अलग अलग प्रकार की जानकारी को एक साथ क्लब कैसे करें.
- कंट्रास्ट और आँखों को आकर्षित करने के अन्य तरीकों का उपयोग कैसे करें.
- किस प्रकार के सन्देश के लिए किस प्रकार के रंग का इस्तेमाल करना है.
नहीं है कठिन ग्राफिक डिजाइनिंग सीखना
अंत में मैं आप सब से बस इतना हीं कहना चाहूँगी कि अगर आप इसे सीख जाते हैं तो ग्राफिक डिजाइनिंग में आपके लिए एक शानदार कैरियर प्रतीक्षारत हो सकता है. और हाँ इसे सीखना इतना भी कठिन नहीं है. किसी भी अन्य कला की तरह ग्राफिक डिजाइनिंग में भी बस थोड़े से प्रयास, अभ्यास, समर्पण और समय की दरकार होती है. हमें बस यह समझना होगा कि सॉफ्टवेयर सिर्फ एक उपकरण है और इसलिए केवल फोटोशॉप सीख जाने से हीं कोई डिजाइनर नहीं बन जाता है बल्कि इसमें कामयाब होने के लिए आपके अन्दर एक अच्छी कल्पना शक्ति, रचनात्मकता, कौशल और बेहतरीन मनन या मीमांसा की क्षमता का होना आवश्यक है. यूँ समझिए कि डिजाइनिंग भी लेखन की भांति हीं है. लेखन की तरह हीं इस क्षेत्र में भी यदि आपके पास नए नए विचार नहीं हैं तो आप मर चुके हैं. तथापि आप दूसरों से प्रेरणा लेकर या ऑनलाइन चीजों को देख कर इस प्रक्रिया को आसान कर सकते हैं.तो आप ग्राफिक डिजाइनिंग जरुर सीखें, कभी भी सीखना बंद न करें, अपने काम से प्रेम करें और अपनी सारी रचनात्मकता इसमें डाल कर कुछ डिजाइन बनाएँ, मुझे यकीन है कि यह एक उत्कृष्ट मास्टरपीस बन कर सामने आएगा.