Bappi Lahiri Death: नहीं रहे बप्पी लहरी, जानिए बप्पी लहिरी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

safalta experts Published by: Chanchal Singh Updated Wed, 16 Feb 2022 12:24 PM IST

Highlights

बप्पी दा ने साल 1985 में फिल्म 'शराबी' के लिए बेस्ट म्यूज़िक डायरेक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था। बॉलीवुड में बप्पी दा का आखिरी गाना 2020 में आई फिल्म 'बागी-2' का 'भंकस' था।

Source: social media

Bappi Lahiri Death:अलोकेश लाहिरी यानी बप्पी दा का जन्म 1952 में पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में हुआ था। उन्हें लोग  बचपन में 'बापी' के नाम से पुकारते थे,  बाद में प्रोड्यूसर शोमू मुखर्जी के कहने पर इनके नाम को 'बप्पी' कर दिया गया था।
 बप्पी के माता-पिता का बंगाली सिनेमा में  काफी नाम था, उन्होंने बंगाली सिनेमें भी काम किया है। लता मंगेशकर के कहने पर बप्पी ने 5 साल की उम्र में तबला बजाना सीखना शुरू किया। 11 साल की उम्र में बप्पी लाहिरी ने अपनी पहली धुन बनाई थी। जिसके बाद 20 साल की उम्र में बप्पी दा ने बंगाली फिल्म 'दादू' से म्यूजिक डायरेक्टर के तौर पर डेब्यू किया, वहां उनके काम की बहुत सराहना हुई लेकिन वो बंगाल तक सीमित नहीं रहना चाहते थे, इस लिए वे मुंबई आए।
 

फिल्म 'शराबी' के लिए 1985 में  फिल्मफेयर अवॉर्ड जीते थे

बप्पी दा ने 70-80 के दशक में कई फिल्मों में गाने गाए जो काफी हिट रहे। इन फिल्मों में ‘चलते-चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ शामिल हैं। बप्पी दा ने भारत में 1980 और 90 के दशक में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने में अहम भुमिका निभाई है, बप्पी दा ने साल 1985 में फिल्म 'शराबी' के लिए बेस्ट म्यूज़िक डायरेक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था। बॉलीवुड में बप्पी दा का आखिरी गाना 2020 में आई फिल्म 'बागी-2' का 'भंकस' था।
 

Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे
 

सोने के गहने से उनकी पहचान थी

बप्पी लहिरी को सोना पहनना और हमेशा चश्मा लगाकर रखना बेहद पसंद था। गले में सोने की मोटी-मोटी चेन और हाथ में बड़ी-बड़ी अंगूठियां समेत सोने के ढेर सारे गहने पहनना उनकी पहचान थी। बप्पी लहिरी को बॉलीवुड का पहला रॉक स्टार सिंगर भी कहा जाता है।
 

संगीत जगत को एक के बाद एक बड़े झटके

बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और संगीतकार बप्पी लहिरी का 15 फरवरी को मुंबई  में जुहू के क्रिटी केयर अस्पताल में देहांत हो गया है।  बप्पी लहरी की उम्र महज 69 साल थी। सूत्रों के द्वारा कहा जा रहा है कि उनका निधन रात करीब 11 बजे के आस पास हुआ। पिछले साल अप्रैल कोरोना के दूसरी लहर के दौरान बप्पी दा को कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और  पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। डॉक्टर ने बताया कि उनकी ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया के कारण मौत हुई है।

हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. दीपक नमजोशी ने बताया कि , बप्पी लाहिरी करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दी गयी थी, लेकिन उनकी सेहत मंगलवार को बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को घर बुलाया। उन्हें अस्पताल लाया गया, उनकी देर रात ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया के कारण मौत हो गई।’’

बता दें कि इस महीने संगीत जगत को एक के बाद एक दो बड़े झटके लगे हैं। बप्पी लहिरी से पहले स्वर कोकिला लता मंगेशकर  का 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।