Diwali 2022, दीपावली क्यों मनाया जाता है जाने इतिहास और महत्व 

safalta expert Published by: Chanchal Singh Updated Fri, 21 Oct 2022 07:54 PM IST

Source: safalta

Diwali 2022: दीपावली का पर्व हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन केवल दिया जलाने और पटाखे फोड़ने का ही प्रथा नहीं है, बल्कि दीपावली मनाने के पीछे कई सारे पौराणिक कथा और प्रथा है।
जिससे आज भी बहुत सारे लोग अनजान हैं। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि दीपावली क्यों मनाई जाती है। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं   FREE GK EBook- Download Now. / GK Capsule Free pdf - Download here
 

 Free Daily Current Affair Quiz-Attempt Now with exciting prize

1. दीपावली के दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था, मां लक्ष्मी धन की देवी है। हिंदू धर्म और शास्त्र के मुताबिक यह कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी की उत्पत्ति हुई थी। इसलिए दीपावली के दिन मां लक्ष्मी का जन्मदिन मनाया जाता है और उनकी पूजा की जाती है।

2. भगवान विष्णु ने बचाया था मां लक्ष्मी को, भगवान विष्णु का पांचवा अवतार वामन था हिंदू कथा के मुताबिक यह कथा बहुत प्रसिद्ध है जिसमें भगवान विष्णु ने वामन अवतार में राजा बलि के गिरफ्तार से माता लक्ष्मी को बचाया था। इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। जब राक्षसों के राजा नरकासुर ने तीनो लोक पर आक्रमण कर लिया था और देवी-देवताओं पर उनका अत्याचार बढ़ गया था तब इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था और वध के बाद 16000 महिलाओं को नरकासुर के कैद से मुक्ति दिलाई थी। इस जीत की खुशी को 2 दिन तक मनाया गया था। जिसमें दीपावली का दिन मुख्य था। दीपावली के पहले दिन नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है और तभी से लेकर आज तक चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है।

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इस ऐप से करें फ्री में प्रिपरेशन - Safalta Application

3. पांडवों की हुई थी वापसी हिंदू धर्म शास्त्र के मुताबिक महाभारत एक महाकाव्य है। जिसके मुताबिक कार्तिक अमावस्या के दिन ही पांडव 12 साल के वनवास के बाद वापस लौटे थे, उनके आने की खुशी में प्रजा उनके स्वागत के लिए दिए जलाई थी। इस कारण भी दीपावली का पर्व मनाया जाता है।

4. भगवान राम की हुई थी जीत हिंदू धर्म शास्त्र के दूसरे महाकाव्य रामायण के मुताबिक कार्तिक मास की अमावस्या के दिन भगवान श्री राम लक्ष्मण और सीता के साथ लंका से रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या वापस आए थे और उनके आने की खुशी में पूरे अयोध्या को घी के दिए से प्रजवलित किया गया था और उनका स्वागत किया गया था। इस दिन को भगवान राम की जीत की खुशी के तौर पर मनाया जाता है।

5. दिवाली के दिन हुआ था विक्रमादित्य का राजतिलक- महान पराक्रमी राजा विक्रमादित्य का राजतिलक दीपावली के दिन हुआ था। राजा विक्रमादित्य उदारता, साहस और वीरता के प्रतीक हैं इन सभी कारणों से दीपावली भारत में बहुत महत्वपूर्ण है और सभी पर्व में खास है। इसलिए पूरे धूमधाम से दीपावली का पर्व मनाया जाता है।

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इन करंट अफेयर को डाउनलोड करें
October Current Affairs E-book  DOWNLOAD NOW
September Month Current affair DOWNLOAD NOW
August  Month Current Affairs 2022 डाउनलोड नाउ
Monthly Current Affairs July 2022 डाउनलोड नाउ