Mango Day 2022 : भारत के साथ-साथ दुनिया का लोकप्रिय फलों में से एक है।यह केवल एक फल या सब्जी नहीं है यह विश्व में विभिन्न देशों के एक संस्कृति इतिहास का महत्वपूर्ण अंग है।
भारत में सबसे पहली बार आम का फसल या खेती या उत्पादन 5000 साल पहले किया गया था।
आम का फल गर्मियों के दिनों में आता है और यह लोगों का काफी लोकप्रिय फल है।
गर्मी के दिनों में लोग आम से कई प्रकार के व्यंजन और जूस बनाते हैं जैसे मैंगो शेक, स्मूदी, मैंगो आइसक्रीम आदि और आम की लोकप्रियता को देखते हुए हर साल 22 जुलाई को राष्ट्रीय आम दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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आम के बारे में, आम क्या है
आम का वैज्ञानिक नाम मैंगिफेरा इंडिका है, यह काजू परिवार एनाकार्डियासी का मेंबर है।
यह ट्रॉपिकल वर्ल्ड के सबसे इंपॉर्टेंट और व्यापक रूप से खेती की जाने वाली फलों में से एक है।
आम का पेड़ पूर्व एशिया मयमार, बर्मा भारत के असम राज्य के लिए स्वदेशी फसल पैदावार माना जाता है।
आम में विटामिन ए और बी के समृद्ध सोर्स पाए जाते हैं।
आम का पका हुआ फल एक फल के रूप में खाया जाता है।
वहीं इसके कच्चे फल को और सब्जी के रूप में प्रयोग किया जाता है।
यह भारत का राष्ट्रीय फल है।
भारत में 100 से अधिक किसमें मौजूद है जिसकी खेती भारत के अलग-अलग राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में की जाती है।
प्राचीन काल से ही भारत में आम की खेती की जा रही है।
कवि कालिदास ने भी अपने कविताओं के माध्यम से आम का गुणगान किया था।
वही सिकंदर ने भी इसके स्वाद के बारे में चर्चा की थी।
इसके साथ साथ चीनी तीर्थयात्री हे्वनसांग ने भी आम का जिक्र किया था।
वहीं बिहार के दरभंगा में मुगल बादशाह अकबर ने लखीबाग नामक स्थान पर लगभग आम के पेड़ लगाए थे।
आम के इस राष्ट्रीय दिवस का इतिहास क्या है
राष्ट्रीय आम दिवस का इतिहास और उत्पत्ति अभी तक अज्ञात है।
लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आम के पीछे एक समृद्ध इतिहास छिपा हुआ है।
भारत में लगभग 5 साल पहले की खेती की जाती थी और भारत के लोक, कथाओं एवं धार्मिक समारोह और कविताओं में आम के बारे में उल्लेख मिलता है।
बुद्ध को एक आम का भाग भेंट किया गया था।
संभवतः आम का नाम मलयम मन्ना से लिया गया है और जब 1498 में मसाले के व्यापार के लिए पुर्तगाली केरल आए तो इसे मंगा के रूप में अपनाया था और बीजों के परिवहन में कठिनाई होने के कारण आम के पेड़ों या फसल को 1700 तक पश्चिमी गोलार्ध में पेश नहीं किया गया था और जब इसे ब्राजील में लगाया गया था तो यह लगभग 1740 में वेस्ट इंडीज तक पहुंचा था।
रसदार फल आम की खेती ज्यादातर कोल्ड फ्री ट्रॉपिकल एटमॉस्फेयर में की जाती है।
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