भारत आने में किस भारतीय वयापारी ने वास्कोडिगामा की मदद की?
भारत आने में भारतीय व्यापारी कानजी मालम ने वास्कोडिगामा की मदद की थी। कानजी भाई नियमित रूप से समुद्री मार्ग से अफ्रीका की यात्रा करते थे। वही वास्कोडिगामा को भारत लाये थे। कानजी मालम एक समुद्रवेत्ता थे, जिन्हें सामुद्रिक पारिस्थितिकियों की अच्छी जानकारी थी। उन्होंने ही वास्कोडिगामा को कालीकट तक पहुंचाया था। इससे खुश होकर गामा ने उन्हें पुर्तगाल आने का निमंत्रण दिया था। कालीकट के समुद्र तटों पर व्यापार कर रहे अरब के व्यापारियों ने वास्को-डि-गामा का विरोध किया, किन्तु कालीकट के हिन्दू राजा ने जिसकी पैतृक उपाधि जमोरिन थी, ने उसका हार्दिक स्वागत किया और उसे मसाले एवं जड़ी-बूटियाँ इत्यादि ले जाने की आज्ञा प्रदान की।.