भारत में सर्वाधिक संगमरमर कहां पाए जाते हैं?
भारत का राजस्थान राज्य मार्बल का सबसे बड़ा उत्पादक है। राजस्थान में कई रंगों के संगमरमर भण्डार और उनके खनन केंद्र है। यहाँ से सभी तरह के मार्बल देश-विदेश भेजे जाते है। उच्च कोटि के मार्बल की माँग की पूर्ति में राजस्थान विश्व प्रसिद्ध है। आइये जाने राजस्थान में विभिन्न रंगों के मार्बल कहाँ-कहाँ पाए जाते है। * मकराना - यह स्थान नागौर जिले में आता है। श्वेत संगमरमर के लिए विश्व प्रसिद्ध है मकराना। यह कहना गलत नहीं होगा की यहाँ के निवासियों का मुख्य व्यवसाय मार्बल का ही है। तालमहल के निर्माण में मकराना का श्वेत संगमरमर का ही उपयोग किया गया था। मकराना एक बड़ा कस्बा है इसलिए यहाँ कई जगहों पर मार्बल खनन का कार्य होता है। * बोरावड़ - यह स्थान भी नागौर जिले में आता है। बोरावड़ भी सफेद मार्बल के लिए प्रसिद्ध है। * उदयपुर - इसे झीलों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। हरे रंग के मार्बल के लिए उदयपुर विश्व प्रसिद्ध है। * पीँथला - जैसलमेर जिले में स्थित है यह स्थान। यहाँ का पीला मार्बल बहुत प्रसिद्ध है। * भैँसलाना - कोटपूतली तहसील और जयपुर जिले में स्थित यहाँ का काला मार्बल विश्व प्रसिद्ध है। * जोधपुर - बादामी रंग का मार्बल यहाँ का प्रसिद्ध है। * खणदरा - पाली जिले में स्थित यहाँ का सतरंगा मार्बल बहुत ही प्रसिद्ध है। * रूपी (जालोर) - भरतपुर जिले में स्थित यहाँ के गुलाबी मार्बल की बहुत माँग रहती है। * राजसमंद - लहरदार मार्बल इस स्थान की प्रसिद्धि का मुख्य कारण है। राजसमंद जिले के कांकरोली में यह मार्बल अधिक है। मार्बल एक कायांतरित शैल है। चुना पत्थर के कायांतरण से मार्बल प्राप्त होता है। इसका नाम फारसी शब्द से निकला है, जिसका मतलब होता है मुलायम पत्थर। सही में मार्बल जितने मनमोहक लगते है, उतने ही नाजुक भी होते है।