यदि कोई मनुष्य समतल दर्पण की ओर 4 मीटर/सेकेण्ड की चाल से आ रहा है, तो दर्पण में मनुष्य का प्रतिबिम्ब किस चाल से आता हुआ प्रतीत होगा?
यदि मनुष्य की चाल 4 मीटर प्रति सेकंड है तो मनुष्य के प्रतिबिंब की चाल भी 4 मीटर प्रति सेकंड ही होगी परंतु उसकी दिशा विपरीत होगी। चाल अदिश राशि होती हैं इसीलिये उसको हम -4 मीटर प्रति सेकंड ना लिखे तो भी सही रहेगा। समतल दर्पण वास्तविक वस्तु या मनुष्य का आभासी प्रतिबिंब बनाता है इसिलिए वह हमे दिखता नही,प्रतीत होता है।