संधारित्र का सिंधान्त

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Vivek Singh

2 years ago

संधारित्र का सिद्धांत :- कि किसी एक चालक के पास कोई दूसरा चालक लाकर पहले चालक की धारिता बढ़ाई जाती है तो चालकों के इस समायोजन को संधारित्र कहते हैं। तो इस प्रकार प्लेट B का भीतरी ऋण-आवेश प्लेट A के विभव को कम करने का प्रयास करता है। जबकि इसके विपरीत प्लेट B का धन-आवेश प्लेट A के विभव को बढ़ाने का प्रयास करता है।

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