जीनक्लोनिंग क्या हैं
क्लोनिंग की प्रक्रिया के लिए, केवल अंडाणु (egg cell) की ही आवश्यकता होती है. वैज्ञानिक एक पशु की कोशिका से DNA निकालते हैं और इसे अंडाणु में डाल देते हैं. ये अंडाणु किसी अन्य जानवर से लिया जाता है. इम्प्लांटेशन प्रक्रिया से पहले अंडाणु से न्यूक्लियस या DNA को एक बहुत अच्छी सुई की मदद से हटा दिया जाता है.
जीन क्लोनिंग, पुनर्सयोजित DNA खण्डों को प्राप्त करने या तैयार करने की एक विधि है, जिसने EDNAप्रकार से प्राप्त सम्बन्धित DNA की प्रतियों, जो पुनर्सयोजित DNA के गुणन से बनती हैं, क्लोन्ड DNA कहते । हैं तथा यह तकनीक जीन क्लोनिंग कहलाती है। महत्व-(i) इसके द्वारा उपयोगी आनुवंशिक गुणों को प्राप्त किया जा सकता है।