किसके मत को उपार्जित लक्षणों की वंशगति नाम से जाना जाता है
उपार्जित लक्षणअनुवांशिक लक्षणयह गुण आजीवन विकसित होते रहते हैं।यह लक्षण जन्म के बाद से प्रस्तुत होते हैं।यह वंशानुक्रमित नहीं हो सकते हैं जो कि संतानों को पारित नहीं कर सकते हैं।संतानों द्वारा विरासत में मिला हैजींस में नहीं होते :- उदाहरण:- व्यवहार, एक उपकरण खेलने की कलाजींस में होते हैं :- उदाहरण :- बाल रंग, ऊंचाई