1917 ई. की क्रान्ति के लिए रूस के पूँजीपति कहाँ तक उत्तरदायी थे?
उत्तर: सेना के पास अस्त्र-शस्त्र, खाद्य-सामग्री और यहाँ तक कि पहनने के लिए वर्दी तक की भी कमी हो गई। इसका परिणाम यह हुआ कि युद्ध के दौरान भारी संख्या में रूसी सैनिक मारे गए। इसीलिए उन्हें युद्ध में भारी हार खानी पड़ी। इस प्रकार 1917 ई. की क्रांति लाने में रूस के पूँजीपतियों का भी योगदान था। 1)पूँजीपति किसानों तथा मजदूरों को बुरी तरह शोषण कर रहे थे। युद्ध के दिनों में भी उनके सामने मुनाफा कमाने के सिवाय और कोई काम न था। इसी उद्देश्य से वे चीजों के दाम बढ़ाते चले गए। २)भ्रष्ट सेना अधिकारियों से मिलकर वे इतना अधिक मुनाफा कमाने लगे कि युद्ध के आठ महीनों में ही सेना को युद्ध सामग्री पहुँचानी असंभव हो गई।