हमारे शरीर में ग्राही का क्या कार्य है? ऐसी स्थिति पर विचार कीजिए जहाँ ग्राही उचित प्रकार से कार्य नहीं कर रहा हो। क्या समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं?
ये ग्राही हमारे संवेदी अंगों में स्थित होते है । कुछ अवस्थाएँ जहाँ ग्राही उचित प्रकार से कार्य न करें जैसे भूखे व्यक्ति के मुँह में पानी का आना , घुटने की प्रतिक्षेप आदि जो की तुरंत मेरूरज्जु द्वारा होती है , तब मस्तिष्क द्वारा संपादित होने में काफी समय लगा जाएगा जिससे कुछ दुर्घटनाएँ हो सकती है।